उत्तर नारी डेस्क
ग्राम्य एकता प्रगति प्रेमांजलि समागम समिति के उपाध्यक्ष दिनेश चौधरी की अध्यक्षता में पदमपुर मोटा ढाक में गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर संगठन की मासिक बैठक आहूत की गई, जिसमें संगठन की प्रेरणाश्रोत रही 91 वर्षीय समाज सेवी झाबदेवी कंडवाल के आकस्मिक निधन पर 2 मिनट का मौन रख कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर झाबादेवी कंडवाल की स्मृति में असल देव अभियान के अन्तर्गत आम के पौधे को स्मृति वृक्ष के बतौर रोपा गया। अध्यक्षता करते हुए दिनेश चौधरी ने कहा कि गेप्स सामाजिक संस्था 80 के दशक से स्मृति दिवस एवम् पावन पर्व पर विश्व पर्यावरण के क्षेत्र में "असल देव अभियान" के अन्तर्गत बृक्षा रोपण करती आई है।
इस अवसर पर मनमोहन काला ने कहा कि धर्म शास्त्रों में एक वृक्ष को दश पुत्रों के समान माना गया है इस लिए अधिक से अधिक वृक्षों का रोपण किया जाना जरूरी है ताकि अधिक से अधिक ऑक्सीजन प्राप्त किया जा सके। सांस्कृतिक प्रभारी रेखा देवी ने कहा कि जब जीवन बचेगा तो तभी हम भौतिक सुखो का उपभोग कर सकते है, ओज़ोन परत को बचाने के लिए शुद्ध पर्यावरण की नितांत आवश्यकता है। महामंत्री इंजीनियर जगत सिंह नेगी जी ने कहा कि संगठन अगस्त माह में कई स्थानों में वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाएगी।
इस अवसर पर संस्थापक निदेशक राम भरोसा कंडवाल ने सभी को गुरु पूर्णिमा की बधाई देते हुए कहा कि माता पिता से बढ़कर दूसरा कोई गुरु नहीं होस्कता, गोविन्द तक मिलने का रास्ता भी इन्हीं से शुरू होता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार महा भारत के रचियता वेद व्यास का जन्म कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन हुआ था जिसे ब्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। कहा जाता है कि गुरु पूर्णिमा के दिन ही भगवान वेद ब्यास ने चार वेदों की रचना की थी इस लिए उन्हें वेद ब्यास की संज्ञा दी गई।आज का दिन हमारे लिए अपने आध्यात्मिक एवम् अकादमिक गुरुओं के प्रति सम्मान देने का है एवम् उनका वंदन करने का है। संस्थापक कंडवाल ने घोषणा की कि पूज्य माता जी की स्मृति में उनकी 92वीं जयंती एवम् झंडा दिवस 7 दिसम्बर 2023 से प्रति वर्ष एक स्वयं सेवी को 1100 रुपए सम्मान पत्र एवम् स्मृति चिह्न एवम् अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम का संचालन महामंत्री इंजीनियर जगत सिंह नेगी ने किया। इस अवसर पर दिनेश चौधरी, रेखा ध्यानी, अनुराग कंडवाल, आकाश, राज किशोर ममगाईं, मीनाक्षी बडथ्वाल, नंदन सिंह नेगी, एस पी डोबरियाल, मनमोहन काला, जगत सिंह नेगी, श्रीमती नीरजा गौड़, राम भरोसा कंडवाल के अलावा कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।