उत्तर नारी डेस्क
आज के समय में जहां बच्चे अपने माता-पिता से किनारा कर रहे हैं। वहीं कुछ बच्चों के हृदय में माता-पिता के प्रति इज्जत और सम्मान है और माता-पिता की इच्छा को पूरी करने के लिए श्रवण कुमार बन अपने जिम्मेदारी को निभा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के इटेड़ा के रहने वाले अजय कुमार और बुलंदशहर के धराऊं के देव ऐसे ही श्रवण कुमार हैं। अजय और देव अपनी बुजुर्ग माताओं को कांवड़ पर बैठाकर यात्रा कराते नजर आए। उनको कलयुग का श्रवण कुमार कहना भी कतई गलत नहीं होगा।
बता दें, उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में रहने वाले देव ने अपनी 100 साल की बुजुर्ग मां शरबती को कंधे पर लेकर हरिद्वार पहुंचा और उन्हें गंगा स्नान करवाया। इसके बाद हर की पैड़ी से गंगाजल लेकर पालकी में माता को बैठाकर घर की ओर रवाना हो गया। यह देखकर हर कोई हैरान हो गया है। वहीं, देव ने बताया कि उनकी मां की इच्छा थी कि वह भी कांवड़ यात्रा करें। लेकिन वह चलने फिरने में असमर्थ हैं। ऐसे में मैंने सोचा कि क्यों ना अपने अपने कंधे पर बिठाकर मां को कांवड़ यात्रा के कराऊं। इसीलिए मेरे द्वारा इस बार कांवड़ यात्रा को अपनी मां को समर्पित किया गया है।
वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के रहने वाले अजय कुमार अपने कंधों पर कांवड़ में एक तरफ अपनी मां बाला देवी और दूसरी तरफ 51 किलोग्राम गंगाजल लेकर कावड़ यात्रा करा रहे हैं। वह घर पहुंचने पर अपनी माता के साथ स्थानीय शिवालय पर जलाभिषेक करेंगे। दोनों को इस तरह से जिसने भी देखा, उनका दिल गदगद हो गया।