उत्तर नारी डेस्क
ऊधम सिंह नगर: किच्छा गोला डैम से यूपी की तरफ जाने वाली नहर का पानी बंद करने के कारण पिपलिया क्षेत्र में खेती की भूमि और धाधा गांव की आबादी में जलभराव हो गया। ग्रामीणों ने यूपी सिंचाई के अधिकारियों पर नहर का पानी अवरोध लगाकर यूपी में घुसने से पहले ही रोकने का आरो लगाया।
एसडीएम कौसतुभ मिश्रा की नाराजगी के बाद यूप सिंचाई विभाग ने अवरोध हटाकर पानी को सुचारू किया, लेकिन तब तक पानी से फसलों को नुकसान हो चुका था। यूपी में सिंचाई करने के लिए किच्छा डैम से नहर निकाली गई है। मंगलवार रात गौला नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण नहर में पानी का बहाव तेज हो गया।
आरोप है कि यूपी सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने यूपी में नुकसान से बचने के लिए दिया। इस कारण पिपलिया क्षेत्र की कृषि भूमि व धाधा गाव जलमग्न हो गया। पानी का दबाव पड़ने पर नहर की एक पटरी क्षतिग्रस्त हो गई। इस कारण पानी का बहाव कुछ दूरी पर बह रही गौला नदी की ओर हो गया। रात में पानी की आवाज सुनकर जब ग्रामीणों की आंख खुली तो चारों ओर पानी देखकर दहशत फैल गई। पिपलिया पुलिया पर नहर बंद देखकर ग्रामीणों को पूरा मामला समझ आ गया। तत्काल प्रशासन को पूरी घटना की जानकारी दी गई। इसके बाद प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और जेसीबी लगाकर नहर की पुलिया को खोला गया। नहर में पानी सुचारू होने क्षेत्र में भरे पानी के स्तर में कमी आई है। अधिकांश पानी का बहाव गौला नदी की ओर मुड़ गया है। इससे ग्रामीणों में भय व्याप्त है