उत्तर नारी डेस्क
अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले पुरानी पेंशन बहाली को लेकर देश भर में चलाई जा रही रथ यात्रा कल देर शाम द्वाराहाट पहुंची, जहां प्राथमिक शिक्षक संघ द्वाराहाट के अध्यक्ष निरंजन कुमार के नेतृत्व में सैंकड़ो शिक्षक कर्मचारियों ने और उनके संगठनों ने रथ यात्रा का जोरदार स्वागत किया। जिसके उपरांत रथ यात्रा रानीखेत को रवाना हुई। गौरतलब है कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए 5 सितंबर 2023 से देश के चारों दिशाओं पूर्व में गुवाहाटी आसाम, पश्चिम में सोमनाथ गुजरात, दक्षिण में कन्याकुमारी तमिलनाडु और उत्तर में अटारी बॉर्डर अमृतसर से अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ द्वारा रथ यात्रा का आरंभ किया गया है। जो 5 अक्टूबर 2023 को विशाल प्रदर्शन के रूप में तालकटोरा स्टेडियम दिल्ली में संपन्न होगा। द्वाराहाट में विभिन्न शिक्षक/ कर्मचारियों के संगठनों के पदाधिकारियों ने यात्रा में उपस्थित राष्ट्रीय, प्रादेशिक एवं जिला स्तरीय पदाधिकारियों का फूल माला पहनाकर जोरदार स्वागत करते हुए कहा कि उत्तराखंड में भी सरकारी कर्मचारी लंबे समय से पुरानी पेंशन बहाली की मांग कर रहे हैं।
जिसको लेकर लम्बे समय से आंदोलन चलाया जा रहा हैं, लेकिन इस बार कर्मचारी पुरानी पेंशन को बहाल कराने के लिए आरपार की लड़ाई के मूड में है। उन्होंने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकार को पुरानी पेंशन योजना हर हाल में लागू करनी ही पड़ेगी। हम किसी भी हाल में ओपीएस लागू करा के ही दम लेंगे। अखिल भारतीय शिक्षक संगठन के उपाध्यक्ष रामचंद्र दाबास, एटीपीटीएफ के महासचिव हरियाणा के महासचिव हरियाणा तरुण सुहाग, दिल्ली से संजीव रोहिला और दीपक पंत, तदर्थ शिक्षक संघ के दिगंबर नेगी, जिलाध्यक्ष प्राथमिक शिक्षक संघ अल्मोड़ा किशोर जोशी, प्रदेश संगठन मंत्री बलवंत अधिकारी, दयाल सिंह, जूनियर शिक्षक संघ द्वाराहाट के अध्यक्ष पुष्कर कुंवर, एनएमओपीएस के ब्लॉक अध्यक्ष मोहन जोशी ने उपस्थित समस्त शिक्षक कर्मचारियों से कहा कि सामाजिक सुरक्षा के इस संवेदनशील और निर्णायक लड़ाई में अपना शत प्रतिशत सहयोग देते हुए आगामी 1 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाली एनएमओपीएस की महारैली में प्रतिभाग करना सुनिश्चित करें। सदस्यों की एकजुटता और संघर्ष ही इस निर्णायक समय में लड़ाई को अंजाम तक पहुंचा सकता है। इस दौरान रथ यात्रा में दयाकृष्ण जोशी, ताराचंद्र, दयाल सिंह, नंदबल्लभ मैनाली, दीपक पाण्डेय, तारा रौतेला, त्रिलोक अधिकारी, गंगाधर त्रिपाठी, गोपाल कृष्ण, मनीष पाण्डेय, कैलाश पवार, बालम सिंह सहित दर्जनों शिक्षक कर्मचारी मौजूद थे।