उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज मंगलवार को लखनऊ पहुंचे। वह लखनऊ के एक दिवसीय दौर पर हैं। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने सीएम योगी को प्रभु बदरी विशाल की प्रतिमा और प्रदेश में उत्पादित श्रीअन्न (मोटा अनाज) से बने उत्पाद उपहार स्वरूप भेंट किए। सीएम धामी लखनऊ में आयोजित उत्तराखण्ड महोत्सव के उद्घाटन समारोह में शिरकत करेंगे।
लखनऊ में गोरक्षपीठाधीश्वर एवं उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी से भेंट की।इस अवसर पर उन्हें प्रभु बदरी विशाल जी की प्रतिमा और प्रदेश में उत्पादित श्रीअन्न (मोटा अनाज) से बने उत्पाद उपहार स्वरूप प्रदान किए। pic.twitter.com/NgiV5KfIWz— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) October 31, 2023
बता दें, मंगलवार से लखनऊ के बीरबल साहनी मार्ग स्थित पंडित गोविंद बल्लभ पंत पर्वतीय सांस्कृतिक उपवन में 10 दिवसीय उत्तराखण्ड महोत्सव की शुरुआत होने जा रही है। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी महोत्सव का उद्घाटन करेंगे। इसके लिए सीएम धामी लखनऊ पहुंच चुके हैं। लखनऊ पहुंचने पर सबसे पहले यूपी सरकार में राज्य मंत्री कुंवर बृजेश सिंह ने उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्होंने सीएम आवास में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जनपद हरिद्वार के असिंचित क्षेत्रों हेतु गंग नहर से 665 क्यूसेक जल सिंचाई हेतु उत्तराखण्ड राज्य को उपलब्ध कराये जाने का पुनः अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री धामी कहा कि जनपद हरिद्वार के तीन विकासखण्डों के 74 गांवों की 18280 हैक्टेयर असिंचित भूमि में सिंचाई सुविधा प्रदान करने हेतु 35 कि0मी0 लम्बी इकबालपुर नहर प्रणाली तथा कनखल एवं जगजीतपुर नहर की क्षमता विस्तार किया जाना प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री धामी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से उत्तराखण्ड राज्य की प्रस्तावित सिंचाई योजनाओं हेतु 665 क्यूसेक पानी की आपूर्ति उत्तरी गंग नहर से किये जाने के सम्बन्ध में स्वीकृति प्रदान किये जाने का अनुरोध किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड एवं उत्तर प्रदेश राज्य के मध्य आस्तियों एवं दायित्वों के विभाजन के सम्बन्ध में भी चर्चा की। उन्होंने अनुरोध किया कि जिन परिसम्पत्तियों के उत्तराखण्ड राज्य को हस्तान्तरण पर सहमति हो गयी है, उनके हस्तान्तरण के लिये शीघ्र शासनादेश निर्गत किया जाए।