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उत्तराखण्ड की बेटी अंकिता ध्यानी ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में जीता कांस्य पदक

उत्तर नारी डेस्क


उत्तराखण्ड के पौड़ी गढ़वाल के जहरीखाल ब्लॉक के मेरुड़ा गांव की बेटी अंकिता ध्यानी ने गोवा में चल रहे राष्ट्रीय खेलों की 1500 मीटर दौड़ में कांस्य पदक जीत कर उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया है। बता दें, उन्होंने यह दौड़ चार मिनट 16 सेकेंड में पूरी की है। 

वहीं, उत्तराखण्ड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डीके सिंह के मुताबिक अंकिता ने अभी एक अन्य प्रतियोगिता में प्रतिभाग करना है। एक नवंबर को उसकी पांच हजार मीटर की दौड़ है। इस दौड़ से एसोसिएशन को उससे स्वर्ण पदक की उम्मीद है।

पौड़ी गढ़वाल के जयहरीखाल ग्राम मेरूड़ा की रहने वाली हैं अंकिता ध्यानी 

अंकिता ध्यानी पौड़ी जनपद के जयहरीखाल के ग्राम मेरूड़ा की रहने वाली हैं। मध्यम परिवार से ताल्लुक रखने वाली अंकिता का सफर आसान नहीं रहा है, उन्होंने काफी कठिनाइयों से यहां तक का सफर हासिल किया है। उन्होंने गांव के ही छोटे से मैदान में अपनी ट्रेनिंग हासिल की। अंकिता के मेहनत और लगन को देखने के बाद भारतीय खेल प्राधिकरण ने उन्हें साउथ अफ्रीका में ट्रेनिंग करने का मौका दिया। यही कारण है कि वह एक के बाद एक मेडल जीत कर उत्तराखण्ड और देश का नाम रोशन कर रही हैं। 

इससे पहले भी वो साल 2016 और 17 में एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की तरफ से तेलंगाना में तीन हजार मीटर की दौड़ में पहला स्थान प्राप्त कर चुकी है। साल 2016-17 में 2017-18 में रोहतक में राष्ट्रीय स्कूल गेम्स में तीन हजार मीटर दौड़ में रजत पदक जीता। साल 2018-19 में यूथ फेडरेशन की ओर से आयोजित रांची में 1500 मीटर दौड़ पदक जीता। साल 2019-20 में खेलो इंडिया में अलग-अलग दो दौड़ में स्वर्ण पदक, साल 2021 में भोपाल व गुवाहाटी में प्रतिभाग करते हुए उन्होंने स्वर्ण पदक जीता है। 


उत्तराखण्ड : सूरज पंवार ने गोवा राष्ट्रीय खेल में जीता पहला स्वर्ण पदक

उत्तर नारी डेस्क


देवभूमि उत्तराखण्ड के सूरज पंवार ने गोवा में आयोजित 37 वें राष्ट्रीय खेल में 20 किलोमीटर की रेस वॉकिंग को एक घंटा 27 मिनट में पूरी कर उत्तराखण्ड के लिए एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक हासिल कर नाम रोशन किया है। बता दें, इसे मिलाकर उत्तराखण्ड राष्ट्रीय खेलों में अब तक सूरज ने दो स्वर्ण और एक रजत सहित आठ पदक जीत चुका है।

जानकारी अनुसार, सूरज मूल रूप से टिहरी के प्रतापनगर एवं हाल शिमला बाईपास देहरादून निवासी हैं। सूरज पवार ने इससे पहले भी विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्तराखण्ड के लिए कई पदक जीते है। 2018 में उसने अर्जेंटिना में आयोजित यूथ ओलंपिक की 5000 मीटर वॉकिंग रेस में रजत पदक जीता था। वर्ष 2018 में ही उसने थाइलैंड में आयोजित एशियन चैंपियनशिप की 5000 रेस वॉकिंग में रजत जीता। जबकि पिछले साल दोहा में 20 किलोमीटर रेस वॉकिंग में उसने 24वां स्थान प्राप्त किया है। वह पिछले एक महीने से पौड़ी में अपने कोच अनूप बिष्ट के निर्देशन में इसकी तैयारी कर रहे थे। उसने हर रोज सुबह तीन और शाम को दो से ढाई घंटे कड़ी मेहनत की। 

जबकि इससे पहले राष्ट्रीय कैंप में प्रशिक्षण लिया। इसके साथ ही राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले सूरज का कहना है कि, इस सफलता के लिए उसने सुबह-शाम कड़ी मेहनत की। राष्ट्रीय खेल में स्वर्ण पदक जीतने के बाद वह अब अगले साल उत्तराखण्ड में होने वाले 38 वें राष्ट्रीय खेलों में भी बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयारी करेंगे। इसके अलावा अगले साल पेरिस में ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेनो अलगा लक्ष्य है।

वहीं, उत्तराखण्ड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डा. डीके सिंह के मुताबिक उत्तराखण्ड को अब तक दो स्वर्ण पदक मिल चुके हैं। इससे पहले रुद्रपुर के निखिल भारती पेंचक सिलाट खेल के फाइनल में महाराष्ट्र के खिलाड़ी को 41-29 से हराकर स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।


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