Uttarnari header

uttarnari

उत्तराखण्ड : सूरज पंवार ने गोवा राष्ट्रीय खेल में जीता पहला स्वर्ण पदक

उत्तर नारी डेस्क


देवभूमि उत्तराखण्ड के सूरज पंवार ने गोवा में आयोजित 37 वें राष्ट्रीय खेल में 20 किलोमीटर की रेस वॉकिंग को एक घंटा 27 मिनट में पूरी कर उत्तराखण्ड के लिए एथलेटिक्स में पहला स्वर्ण पदक हासिल कर नाम रोशन किया है। बता दें, इसे मिलाकर उत्तराखण्ड राष्ट्रीय खेलों में अब तक सूरज ने दो स्वर्ण और एक रजत सहित आठ पदक जीत चुका है।

जानकारी अनुसार, सूरज मूल रूप से टिहरी के प्रतापनगर एवं हाल शिमला बाईपास देहरादून निवासी हैं। सूरज पवार ने इससे पहले भी विभिन्न प्रतियोगिताओं में उत्तराखण्ड के लिए कई पदक जीते है। 2018 में उसने अर्जेंटिना में आयोजित यूथ ओलंपिक की 5000 मीटर वॉकिंग रेस में रजत पदक जीता था। वर्ष 2018 में ही उसने थाइलैंड में आयोजित एशियन चैंपियनशिप की 5000 रेस वॉकिंग में रजत जीता। जबकि पिछले साल दोहा में 20 किलोमीटर रेस वॉकिंग में उसने 24वां स्थान प्राप्त किया है। 

वह पिछले एक महीने से पौड़ी में अपने कोच अनूप बिष्ट के निर्देशन में इसकी तैयारी कर रहे थे। उसने हर रोज सुबह तीन और शाम को दो से ढाई घंटे कड़ी मेहनत की। जबकि इससे पहले राष्ट्रीय कैंप में प्रशिक्षण लिया। इसके साथ ही राष्ट्रीय खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले सूरज का कहना है कि, इस सफलता के लिए उसने सुबह-शाम कड़ी मेहनत की। राष्ट्रीय खेल में स्वर्ण पदक जीतने के बाद वह अब अगले साल उत्तराखण्ड में होने वाले 38 वें राष्ट्रीय खेलों में भी बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयारी करेंगे। इसके अलावा अगले साल पेरिस में ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेनो अलगा लक्ष्य है।

वहीं, उत्तराखण्ड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव डा. डीके सिंह के मुताबिक उत्तराखण्ड को अब तक दो स्वर्ण पदक मिल चुके हैं। इससे पहले रुद्रपुर के निखिल भारती पेंचक सिलाट खेल के फाइनल में महाराष्ट्र के खिलाड़ी को 41-29 से हराकर स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।


पिथौरागढ़ : तेंदुए ने दो साल के मासूम को बनाया निवाला

उत्तर नारी डेस्क


उत्तराखण्ड में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन कोई न कोई ऐसी खबर सामने आ जाती है जब गुलदार इंसानी बस्तियों में घुसकर किसी न किसी को शिकार बना रहा हो। अब ख़बर पिथौरागढ़ जिले के गंगोलीहाट से सामने आ रही है। जहां कोठेरा गांव में तेंदुए ने दो साल के मामूम को मार डाला है। उधर, रामनगर-कालाढूंगी में बाघों के हमले में वनकर्मी समेत दो लोग घायल हो गए।

जानकारी अनुसार, बीते सोमवार शाम करीब चार बजे आंगन में खेल रहे अंशु को तेंदुआ उठा ले गया। आंगन में खून देख और वहां बच्चे को न देख परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई। जिस पर गांव के युवा उसकी खोज में जंगल की ओर निकले। घर से करीब आधा किमी दूर उन्हें बच्चा घायल अवस्था में मिला। जिसे निजी वाहन से सीएचसी गंगोलीहाट लाया गया। जहां डॉ. मयंक पाहवा ने उसे मृत घोषित कर दिया। जानकारी मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और गश्त शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि गंगोलीहाट के कोठेरा गांव में दो वर्ष तीन माह का अंशु अपनी मां के साथ ननिहाल में रह रहा था। उसके पिता सुरेश हरिद्वार में नौकरी करते हैं। 

वहीं, रेंजर मनोज सनवाल ने बताया कि तेंदुए को पकड़ने के लिए मंगलवार को पिंजरा लगाया जाएगा। अगस्त और सितंबर में भी तेंदुओं ने गंगोलीहाट और बेड़ीनाग क्षेत्र में दो बच्चों को मार डाला था। इधर, फतेहपुर रेंज कालाढूंगी की एसडीओ किरण शाह ने बताया कि कालाढूंगी रेंज में सोमवार को गश्त के दौरान वन रक्षक अंकित कुमार पर बाघ ने हमला कर दिया। घायल वन रक्षक को धापला निहाल तराई भाबर बीट में तैनात वन दरोगा प्रकाश भट्ट और आउटसोर्स कर्मी नंदन मेहरा सीएचसी कालाढूंगी लेकर पहुंचे जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे एसटीएच हल्द्वानी रेफर कर दिया।


Comments