उत्तर नारी डेस्क
रुड़की आर्मी इंटेलिजेंस ने आर्मी के एक नकली सूबेदार को आर्मी की ड्रेस पहने हुए पकड़ा है। पकड़े गए नकली सूबेदार के पास से सीएसडी कैंटीन का फर्जी कार्ड, फर्जी आर्मी आईडी कार्ड, सेना की वर्दी और सूबेदार रैंक के स्टार समेत अन्य सामान भी बरामद किया गया हैं। इंटेलिजेंस ने पकड़े गए नकली सूबेदार को कोतवाली पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित से गहनता से पूछताछ की है। वहीं, आरोपित पूछताछ के दौरान बार-बार कहानियां बदलता रहा। पुलिस आरोपित के सही मकसद को जानने का प्रयास कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार देर शाम आर्मी इंटेलिजेंस की टीम को जानकारी मिली थी कि बस स्टैंड के पास एक शख्स खुद को आर्मी में सूबेदार बताते हुए झगड़ा कर रहा है। इस पर इंटेलिजेंस के अधिकारी, बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप सेंटर (बीईजी) से सेना पुलिस एवं सिविल लाइंस कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। इंटेलीजेंस के अधिकारियों ने सूबेदार से बातचीत की तो बातचीत और व्यवहार से उन्हें कुछ शक हुआ। सूबेदार से यूनिट और सेना संबंधित जानकारी मांगी तो वह कुछ बता नहीं पाया। इसके बाद इंटेलिजेंस नकली सूबेदार को सिविल लाइन कोतवाली ले गई। थाने में इंटेलिजेंस और पुलिस संयुक्त पूछताछ में पकड़े गए नकली सूबेदार ने अपना नाम आदेश कुमार पुत्र सत्येंद्र निवासी ग्राम आभा पोस्ट चुड़ियाला जिला सहारनपुर उत्तर प्रदेश बताया। आरोपी फिलहाल मोहनपुरा और सैनिक कॉलोनी में किराए पर रहकर सेना में भर्ती के नाम पर लोगों से ठगी कर रहा है।
आर्मी इंटेलिजेंस और पुलिस ने आरोपी के मकान पर छापा मारा तो वहां से सेना की वर्दी, जैकेट, नकली आईडी कार्ड, सीएसडी कैंटीन कार्ड, फर्जी कॉल लेटर, एक चेक जिसमें 22 लाख रुपए की रकम भरी हुई, लीव सर्टिफिकेट बुक समेत आर्मी के नाम पर बनाए गए दर्जनों फर्जी दस्तावेज बरामद किए गए।
आरोपी ने बताया कि उसने दूसरे फर्जी नाम से फेसबुक आईडी इसलिए बना रखी थी ताकि पकड़ा न जाए। इसी फेसबुक के माध्यम से लोगों को फंसा कर सेना में भर्ती आदि के नाम पर लाखों की ठगी करता था। आरोपी ने यह भी बताया कि वह पूजा फाइनेंस में काम करता था और लोगों से लोन दिलवाने के नाम पर भी ठगी करता था। फिलहाल अभी इंटेलिजेंस और पुलिस पूछताछ कर रही है और भी कई राज उजागर हो सकते हैं।