उत्तर नारी डेस्क
हरिद्वार : 30 दिसंबर को श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, हरिद्वार में जापान से CID UNESCO की अध्यक्षा नलिनी तोशनीवाल का अपनी छात्राओं मिहोको, नाओको व माना के साथ आगमन हुआ। साथ ही दिल्ली से गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. मनु काल एवं देहरादून से दीपक रतूडी एक्यूप्रेशर एवं प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ का भी आगमन हुआ। नलिनी तोशनीवाल विश्व प्रसिद्ध कत्थक नृत्य गुरु श्रीबिरजू महाराज की शिष्या हैं और जापान में योग प्रशिक्षिका एवं कत्थक नृत्य की भी प्रशिक्षिका हैं। अपनी इस कला के माध्यम से नलिनी तोशनीवाल भारतीय संस्कृति तथा योग-विज्ञान की भारतीय परम्परा का प्रचार तथा प्रसार कर रही हैं।
नलिनी तोशनीवाल जी व उनकी छात्राओं ने महाविद्यालय में कत्थक नृत्य का प्रदर्शन किया तथा कत्थक नृत्य की भारतीय परम्परा से छात्रों को परिचित कराया। साथ ही CID UNESCO की अध्यक्षा ने योग की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा की योग शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को सन्तुलित रखने में मदद करता है। विद्यार्थियों के जीवन में योग की उपादेयता पर भी आदरणीया अध्यक्षा जी ने प्रकाश डाला कार्यक्रम की समाप्ति विधिवत् भारतीय याज्ञिक परम्परा के अनुसार हुई ।
कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. आशिमा श्रवण ने कार्यक्रम का सफल सञ्चालन किया। सभी अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. निरञ्जन मिश्र ने किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. ब्रजेन्द्र कुमार सिंहदेव ने सभी गणमान्य अतिथियों का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर डॉ. दीपक कुमार कोठारी, डॉ आलोक सेमवाल, मनोज गिरि, विवेक शुक्ला, डॉ. प्रमेश विजल्वाण, स्वाति शर्मा, जगदीशचन्द्र, अंकुर कुमार आर्य आदि सहित महाविद्यालय के छात्र समुपस्थित रहे।