उत्तर नारी डेस्क
हरिद्वार : श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय, हरिद्वार में शिक्षा मन्त्रालय भारत सरकार के निर्देश तथा केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के सहयोग से ‘भारतीय भाषा उत्सव’ का आयोजन कर रहा है। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ० बी० के० सिंहदेव ने बताया कि महाविद्यालय में ‘भारतीय भाषा उत्सव’ का आयोजन 04 दिसम्बर से 11 दिसम्बर तक होगा। इस अवसर पर एक व्याख्यानमाला का आयोजन किया जायेगा, जिसमें देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के शिक्षाविदों के भारतीय भाषाओं के विषय में व्याख्यान होंगे। व्याख्यानमाला में हरिद्वार जनपद के सभी संस्कृत महाविद्यालय भी ऑनलाइन प्रतिभाग करेंगे। ‘भारतीय भाषा उत्सव’ का समापन 11 दिसम्बर को होगा। समापन अवसर पर ‘निबन्ध-प्रतियोगिता, चित्रकला-प्रतियोगिता’ तथा ‘मेरी भाषा मेरे हस्ताक्षर’ अभियान का आयोजन किया जायेगा। जिसमें हरिद्वार समस्त संस्कृत शिक्षण संस्थाएँ प्रतिभाग करेंगी। प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त प्रतिभागियों को क्रमशः 2100, 1500 व 1100 रुपये की पुरस्कार-राशि व प्रमाण-पत्र भी प्रदान किये जायेंगे।
कार्यक्रम की संयोजिका ‘डॉ० आशिमा श्रवण’ ने बताया कि ‘भारतीय भाषा उत्सव’ का उद्देश्य जनसाधारण को अपनी भाषा के प्रति जागरुक करना है। हम अधिक से अधिक अपनी भाषाओं का प्रयोग करें, जिससे निरन्तर इनका विकास होता रहें। जब तक भारतीय भाषाओं को दैनन्दिन प्रयोग की भाषा नहीं बनाया जायेगा, तब तक इनका विकास असम्भव है। व्याख्यानमाला में जे.एन.यू., ए.एम.यू., जामिया मिलिया, सी.एस.यू. गुरुकुल काङ्गडी आदि विश्वविद्यालय के प्रतिष्ठित शिक्षाविदों के व्याख्यान भारतीय भाषाओं के सम्बन्ध में होंगे। हरिद्वार की समस्त संस्कृत शिक्षण संस्थाओं से सम्पर्क कर उन्हें ‘भारतीय भाषा उत्सव’ व प्रतियोगिताओं में सम्मिलित होने के लिये आग्रह किया है। सभी संस्थाओ में अत्यन्त उत्साह है, सभी अध्यापक और छात्र उत्सव में प्रतिभाग करेंगे। प्रतियोगिताओं में निबन्ध का विषय भारतीय भाषाओं द्वारा भारतीय संस्कृति का विकास और चित्रकला का विषय भारतीय भाषाओं में लोकजीवन व वन्यप्राणी जीवन रखा गया है।