उत्तर नारी डेस्क
पहाड़ के बच्चे अपनी काबिलियत से देश और विदेश में अपनी पहचान स्थापित कर रहे है। उन्हें बस एक मौका चाहिए और उसके बाद तो वह कुछ ऐसा कर दिखाते है जिससे देवभूमि उत्तराखण्ड का सिर गर्व से ऊंचा हो जाता है। इसी क्रम में उत्तराखण्ड राज्य की तीर्थंगरी ऋषिकेश की बेटी नीति अग्रवाल ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सिविल सेवा परीक्षा में 383वीं रैंक पाकर अपनी काबिलियत का डंका बजाया है। देवभूमि की इस बेटी के घर में खुशी का माहौल है साथ ही माता-पिता गर्व की अनुभूति कर रहे हैं।
बता दें, नीति का यह छठवां व अंतिम अटैम्प्ट था। वर्ष 2021 में नीति अग्रवाल अंतिम चरण इंटरव्यू तक पहुंची थी, सिर्फ एक अंक से रहने के कारण वह फाइनल चयन से चूक गई। वहीं, अगले एटेम्पट मे नीति अग्रवाल ने 383वीं रैंक हासिल की है और युवाओं को सफलता के लिए हार्डवर्क का मंत्र भी दिया है। नीति ने बताया कि समय-समय पर कोचिंग लेकर वह इस मुकाम तक पहुंची है। उन्होंने कहा कि यूपीएससी एग्जाम को पास करने के लिए युवा को हार्डवर्क करते रहना चाहिए और जो गलतियां हो रही हैं उन्हें पहचानकर दूर करने की कोशिश करनी चाहिए। नीति ने अपनी स्ट्रैटेजी साझा करते हुए बताया कि वह रोजाना दस घंटे पढ़ाई करती थी और उन्होंने मनोरंजन के साधनों को पूरी तरह से छोड़ दिया था। उन्हें तैयारी में इंटरनेट से काफी मदद मिली।
बताते चलें, नीति अग्रवाल हरिद्वार रोड़ पर स्थित जयराम आश्रम के अपार्टमेंट में निवास करने वाले व्यापारी संजय अग्रवाल की बिटिया हैं। संजय अग्रवाल घाट रोड के प्रतिष्ठित चाय व्यापारी हैं और उनकी मां ऋतु अग्रवाल एक गृहिणी हैं, नीति की छोटी बहन इंजीनियर हैं। नीति ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा मॉडर्न स्कूल, ऋषिकेश से उत्तीर्ण की हैं। नीति ने कहा कि वह दो बहनें हैं। उनके माता-पिता ने हमेशा दोनों बेटियों को बेटा मानते हुए प्रोत्साहित किया है।