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उत्तराखण्ड की 2 बेटियां अनन्या शर्मा और शैलजा कंडवाल बनीं लेफ्टिनेंट

उत्तर नारी डेस्क 

उत्तराखण्ड को वीरों की भूमि यूं ही नहीं कहा जाता। यहां के लोकगीतों में शूरवीरों की जिस वीर गाथाओं का जिक्र मिलता है, पराक्रम के वह किस्से देश-विदेश तक फैले हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि यह देवभूमि हर साल सेना में सबसे अधिक युवाओं को भेजती है। दरअसल, उत्तराखण्डी युवाओं में देशभक्ति का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ है। देश के लिए सेवा करने का जज़्बा पाले न जाने कितने ही लोग इस देवभूमि से जाते हैं और मातृभूमि की रक्षा करते हैं। और उसके बाद जब हम यह सुनते हैं कि उत्तराखण्ड की बेटियां सेना में बड़े पदों पर काबिज हैं तो गर्व से छाती चौड़ी हो जाती है। ऐसे ही राज्य का नाम रौशन करने वाली पहाड़ बेटियों से आज हम आप सब का परिचय कराएंगे। देहरादून जिले के डोईवाला की 2 बेटी शैलजा कंडवाल और अनन्या शर्मा ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर अपने माता पिता और उत्तराखण्ड का नाम रौशन किया है। महाराष्ट्र के पुणे स्थित सशस्त्र सेवा मेडिकल कॉलेज Armed Forces Medical College (AFMC) से पास आउट होने के बाद वह भारतीय सेना का हिस्सा बन गई है। दोनों बेटियों की इस अभूतपूर्व उपलब्धि से जहां उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है वहीं समूचे क्षेत्र में भी खुशी की लहर है।

बता दें, शैलजा कंडवाल पुत्री संजय कंडवाल  थानों रोड, बारूवाला चौक (डोईवाला) की रहने वाली है। इनके पिता उत्तराखण्ड के आवास विभाग में कार्यरत हैं और माता रचना कंडवाल एक गृहणी हैं। ये मूलरूप से यमकेश्वर क्षेत्र क़े बौसली गाँव के रहने वाले हैं। शैलजा ने देहरादून के सीजेएम स्कूल से 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है। वहीं, अनन्या शर्मा पुत्री योगेश शर्मा  भागीरथी एन्क्लेव, मिस्सरवाला (डोईवाला) की निवासी है। इनके पिता लाल तप्पड़ स्थित फ्लेक्स फ़ूड में जॉब करते हैं। जबकि उनकी पत्नी उपमा शर्मा माजरी के प्राथमिक विद्यालय में एक शिक्षिका हैं। इन्होनें अपनी 12वीं के सेंट कबीर स्कूल, मियांवाला से उत्तीर्ण की। जिसके बाद अनन्या शर्मा ने वर्ष 2018 में NEET की परीक्षा पास की। 

गौरतलब है कि सशस्त्र बल मेडिकल कॉलेज के 58वें बैच की पासिंग आउट परेड गुरुवार को पुणे में आयोजित हुई, जिसमें पुणे के 58वें बैच के 112 मेडिकल स्नातकों को 25 अप्रैल को एक शानदार समारोह में सशस्त्र बलों में कमीशन दिया गया। सशस्त्र बल चिकित्सा सेवाओं में नियुक्त 112 कैडेटों में से 87 पुरुष और 25 महिला कैडेट हैं। इनमें से 88 को सेना, 10 को नौसेना और 14 को वायुसेना में नियुक्त किया गया है।

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