उत्तर नारी डेस्क
अल्मोड़ा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में समग्र शिक्षा अभियान के तत्वाधान में प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया(PMSRI) से संबंधित विद्यालयों के प्रधानाचार्यो, प्रवक्ताओं, सहायक अध्यापकों की तीन दिवसीय क्षमता संवर्धन कार्यशाला का शुभारंभ मुख्य शिक्षा अधिकारी अंबादत बलोदी तथा डायट प्राचार्य जी.जी. गोस्वामी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रचलित कर किया गया। अपने संबोधन में अंबादत बलोंदी ने कहा कि शिक्षा में आमूल चूल परिवर्तन तथा समान शिक्षा व्यवस्था के लिए पी एम श्री विद्यालयों की स्थापना की गई है। संस्थाध्यक्षों, शिक्षकों तथा अभिभावकों ने आपसी सहयोग से विद्यालय में सुरक्षित व सकारात्मक सीखने का माहौल बनाना होगा। श्री बलौंदी ने शिक्षकों का आहवान किया कि वे शैक्षिक गुणवत्ता संवर्धन हेतु नवाचारी गतिविधियों को बढ़ावा दें।
डायट प्राचार्य जीजी गोस्वामी ने कहा कि विद्यालयों में एस.एम.सी. को सशक्त किया जाए तथा अभिभावक शिक्षक समिति की नियमित बैठकों में छात्रों की प्रगति पर चर्चा की जाए। कार्यक्रम के संयोजक गोपाल सिंह गैड़ा ने पी एम श्री विद्यालयों में लर्निंग कॉर्नर, स्मार्ट क्लासरूम, डिजिटल लाइब्रेरी, ग्रीन स्कूल तथा व्यावसायिक शिक्षा पर विशेष जोर दिया। श्री गैड़ा द्वारा पी एम श्री स्कूल की अवधारणा पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। डॉ प्रकाश पंत द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 तथा राष्ट्रीय पाठ्यचर्या 2022-23 के आलोक में पीएम श्री विद्यालयों के सफल संचालन की अवधारणाओं पर प्रकाश डाला।डायट प्रवक्ता डॉ बी. सी.पांडे ने कहा कि पीएम श्री विद्यालय के अंतर्गत छात्रों के क्रिटिकल थिंकिंग तथा संप्रेषण कौशल को महत्व दिया गया है।
जिला संसाधन एकक विभाग के प्रवक्ता रमेश रावत ने कहा कि विद्यालयों में भौतिक संसाधनों तथा मानवीय संसाधनों का विकास किया जायेगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य संदर्भ दाता के रूप में उक्त के अतिरिक्त खंड शिक्षा अधिकारी भिकियासैंण रवि मेहता, खंड शिक्षा अधिकारी लमगड़ा प्रेमा बिष्ट, खंड शिक्षा अधिकारी स्याल्दे वंदना रौतेला द्वारा मुख्य संदर्भ दाता के रूप में विभिन्न बिंदुओं पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में खंड शिक्षा अधिकारी द्वाराहाट तनुजा जोशी, डॉ. कपिल नयाल, राजेंश बिष्ट, संजीव अहलावत, डॉ. अरविंद बिष्ट, राम सिंह जैनी, प्रीति पंत, विजया पंतआदि उपस्थित थे। प्रशिक्षण कार्यक्रम का संचालन जी.एस.गैड़ा द्वारा किया गया।