उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड को वीरों की भूमि यूं ही नहीं कहा जाता। यहां के लोकगीतों में शूरवीरों की जिस वीर गाथाओं का जिक्र मिलता है, पराक्रम के वह किस्से देश-विदेश तक फैले हैं। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि यह देवभूमि हर साल सेना में सबसे अधिक युवाओं को भेजती है। दरअसल, उत्तराखण्डी युवाओं में देशभक्ति का जज्बा कूट-कूट कर भरा हुआ है। देश के लिए सेवा करने का जज़्बा पाले न जाने कितने ही लोग इस देवभूमि से जाते हैं और मातृभूमि की रक्षा करते हैं। और उसके बाद जब हम यह सुनते हैं कि उत्तराखण्ड की बेटियां भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना में बड़े पदों पर काबिज हैं तो गर्व से छाती चौड़ी हो जाती है। ऐसे ही राज्य का नाम रौशन करने वाली पहाड़ की बेटी से आज हम आप सब का परिचय कराएंगे, जो भारतीय सेना मेडिकल नर्सिंग विंग में लेफ्टिनेंट बन गई है। बता दें, मूल रूप से टिहरी गढ़वाल जिले की रहने वाली अलका रावत भारतीय सेना मेडिकल नर्सिंग विंग में लेफ्टिनेंट बन गई है। उनकी इस अभूतपूर्व उपलब्धि से उनके परिवार में हर्षोल्लास का माहौल है।
बता दें, अलका रावत टिहरी गढ़वाल जिले के कीर्तिनगर ब्लॉक के बागवान गांव की रहने वाली है। वह एक सैन्य परिवार से ताल्लुक रखती है। उनके पिता हरि सिंह रावत भी भारतीय सेना की गढ़वाल राइफल्स से अपनी सेवा दे चुके है जबकि उनकी मां विशम्बरी देवी एक कुशल गृहिणी हैं। अलका की शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल देहरादून रायवाला से पूरी हुई है जिसके पश्चात 2018 से 2022 के दौरान उन्होंने रामा हिमालयन यूनिवर्सिटी से नर्सिंग की शिक्षा प्राप्त की। जिसके बाद उनका चयन मिलिट्री नर्सिंग सर्विसेज में हो गया। बीते 14 जून को हुई पासिंग आउट परेड के दौरान उन्होंने भारतीय सेना की मेडिकल नर्सिंग विंग में लेफ्टिनेंट बनने का मुकाम हासिल किया। उनकी पहली तैनाती कमान अस्पताल दक्षिणी पुणे में हुई है। उत्तर नारी टीम की ओर से भी अलका रावत को बधाई व शुभकामनाएं।