उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड की बेटियां आज अपनी प्रतिभा के दम पर चारों ओर छाई हुई है। शिक्षा के क्षेत्र से लेकर खेल के मैदान तक, गीत-संगीत की दुनिया से लेकर नृत्य के रंगमंच तक, यहां तक में कि छोटे पर्दे के टेलीविजन धारावाहिकों से लेकर फिल्मों के पर्दे तक अपना लोहा मनवा रही है। आज ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं है जहां देवभूमि उत्तराखण्ड की बेटियों ने अपनी काबिलियत के दम पर सफलता हासिल न की हो। आज हम आपको राज्य की एक और ऐसी ही होनहार बेटी से रूबरू कराने जा रहे हैं जिसने फिल्मों और सीरीज में अपने अभिनय से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई है। हम बात कर रहे है उत्तराखण्ड निवासी अभिनेत्री सुनीता चंद रजवार की। जो पंचायत और गुल्लक जैसी वेब सीरीज में शानदार अभिनय कर सुर्खियों में बनीं हुई है।
बता दें, 'पंचायत’ वाली क्रांति देवी, ‘गुल्लक’ में बिट्टू की मम्मी का किरदार निभाकर सबके जहन में उतरीं सुनीता रजवार अपनी बोली और अभिनय से दर्शकों के दिलों में छा गईं। अब तो हर कोई उनका जबरा फैन भी हो गया है। वहीं, वनराकस भूषण कुमार की पत्नी की भूमिका निभा रही क्रांति देवी पंचायत सीरीज में विधायक और अपने पति भूषण कुमार के साथ मिलकर प्रधान का चुनाव लडने का निरंतर प्रयास करते हुए दर्शकों को अपने अभिनय से खूब हंसाया है, उन सुनीता रजवार का जन्म 6 नवंबर, 1969 को उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में हुआ था। लेकिन बाद में यह उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी स्थित छोटे से कस्बे में रहने आ गई थीं। जहां उनकी परवरिश हुई। वह एक कुमाऊंनी परिवार से संबंध रखती हैं। उन्होंने अपने जीवन के शुरूवाती 25 साल हल्द्वानी में ही बिताए। सुनीता को बचपन से ही फिल्मी दुनिया काफी पसंद थी इसकी वजह से उनके पिता जो कि फिल्मों के काफी शौकीन थे वे हर शुक्रवार को उन्हें फिल्म दिखाने के लिए ले जाते थे। उन्होंने अपनी शुरुआती पढ़ाई हल्द्वानी से पूरी की थी। सुनीता इंडियन फिल्म, टीवी और स्टेज ऐक्टर हैं। उन्होंने 1997 में नई दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ग्रैजुएशन किया है। फिर संजय खंडूरी की डायरेक्टेड फिल्म 'एक चालीस की लास्ट लोकल' में गैंगस्टर 'चलकी' का रोल किया और 2008 में इसी में जबरदस्त ऐक्टिंग के लिए उनको मैक्स स्टाडस्ट अवॉर्ड और 'गुल्लक सीजन 2' में बेस्ट सपोर्टिंग ऐक्ट्रेस के लिए 2021 में फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला।
सुनीता राजवर ने 2003 से लेकर 2020 तक लगातार फिल्में कीं। इसमें 'केदारनाथ', 'स्त्री', 'बाला' और 'शुभ मंगल ज्यादा सावधान' जैसी फिल्म शामिल हैं। इसके अलावा इन्होंने कई फिल्म डायरेक्ट की हैं। 'मैं, मेरी पत्नी और वो' में सुनीता असिस्टेंट डायरेक्टर थीं। 'टकीला नाइट्स' के इन्होंने डायलॉग्स लिखे हैं और 'स्ट्राइकर' की स्टोरी और स्क्रीनप्ले सुनीता ने ही लिखे हैं। सुनीता ने 'यह रिश्ता क्या कहलाता है', 'रामायण', 'हिटलर दीदी', 'सोतोषी मां', 'नीमा डेन्जोंगपा' जैसे तमाम डेली सोप्स कर नाम कमाया है।