उत्तर नारी डेस्क
दिल्ली में तेजी से वायु प्रदूषण बढ़ रहा है। जिसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने बीएस 4 और डीजल बसों के आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। इसका सीधा असर उत्तराखण्ड परिवहन विभाग पर दिखाई दे रहा है। उत्तराखण्ड परिवहन निगम की अधिकत्तर बसें बीएस-4 इंजन की है, जिसके कारण अब इन बसों को दिल्ली में प्रवेश नहीं मिल रहा। इसके चलते यात्रियों को खासा परेशानियों को झेलना पड़ रहा है।
बता दें, उत्तराखण्ड के गढ़वाल और कुमाऊं मंडल से दिल्ली रूट पर रोडवेज की करीब 400 से अधिक बसें चलती है जिनमें से 194 रोडवेज की बीएस 4 बसो का संचालन बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली में बंद कर दिया गया है जिनमें 41 वोल्वो बसें भी शामिल है। दिल्ली रूट पर 40 फीसदी बसें कम होने से यात्रियों की समस्याएं बढ़ गई है। बताया जा रहा है कि देहरादून , ऋषिकेश ,कोटद्वार हरिद्वार और कुमाऊं मंडल से चलने वाली कई बसों का दिल्ली में प्रवेश वर्जित कर दिया गया है। बताते चले इन बसो का बीते शुक्रवार को दिल्ली में प्रवेश वर्जित कर दिया गया था लेकिन बावजूद इसके उत्तराखण्ड रोडवेज की ओर से शनिवार को bs4 की दो बसें भेजी गई जिनका दिल्ली में चालान हुआ। जिसकी सूचना पर दिल्ली मुख्यालय ने तत्काल सभी डिपो को दिल्ली बीएस-4 की बसो को नहीं भेजने का निर्देश दिया है।
269 बसें ही जाएंगी दिल्ली
उत्तराखण्ड की 269 बसें ही अब दिल्ली जा पाएंगी। इनमें 180 सीएनजी, 12 बीएस-6 वॉल्वो, 77 नई बीएस-6 साधारण बसें हैं। 53 नई बसें भी आने वाली हैं। यह बसें एक सप्ताह के भीतर सड़क पर उतरेंगी। बसें बंद होने से रोडवेज को रोजाना 30 लाख रुपये के नुकसान का अनुमान है।