उत्तर नारी डेस्क
पहाड़ों में क्रिसमस से एक दिन पहले ही प्रकृति ने पर्यटन कारोबारियों और पर्यटकों की मन की मुराद पूरी करते हुए इस सीजन की दूसरी बर्फबारी की सौगात दी है, चमोली जनपद के ऊंचाई वाले इलाकों में इस सीजन की दूसरे हिमपात होने से जहां काश्तकारों के चेहरे खिल उठे है,वहीं सेब बागानों के लिए भी यह बर्फबारी संजीवनी साबित हो रही है, सीमांत छेत्र ज्योर्तिमठ के आसपास के पर्यटन स्थलो सहित उच्च हिमालई क्षेत्रों बद्रीनाथ धाम, अलक नन्दा छेत्र की लाम बगड़ खिरों घाटी, हेमकुंड साहिब, चिनाप घाटी, के साथ साथ धौली गंगा छेत्र की नीति घाटी के दर्जनों गांव बर्फ के आगोश में है।
वहीं, एकमात्र विंटर डेस्टिनेशन औली में भी इस सीजन की दूसरी बर्फबारी के चलते पर्यटन कारोबारियों सहित पर्यटकों के चेहरे खिल उठे है, सोमवार को बर्फ बारी का आनंद उठाने औली पहुंचे करीब 200 पर्यटकों ने देर रात तक बर्फबारी का लुत्फ उठाया, इस बार प्रकृति ने औली में क्रिसमस से पूर्व ही सफेद बर्फ की चादर बिछा दी है, यहां के स्थानीय पर्यटन कारोबारियों होटल व्यवसायियों होम स्टे संचालकों ने भी बर्फबारी होने पर खुशी जताई है, बुधवार को क्रिसमस पर्व पर बर्फ का दीदार करने आने वाले पर्यटकों के लिए विंटर डेस्टिनेशन औली और जोशीमठ में पर्यटन कारोबारियों ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है, औली में होटल कारोबार चलाने वाले ग्रांड स्नो कैम्प औली के सीईओ राजेंद्र मार्तोलिया, रविंद्र कंडारी, दिनेश भट्ट, शिव प्रसाद कहते है कि सीजन की दूसरी बर्फबारी पर्यटकों के लिए क्रिसमस का तोहफ़ा लेकर आई है, हमारे होटल लॉज होम स्टे और स्नो कैम्प पूरी तरह पर्यटकों के स्वागत के लिए तैयार है।
अब कुछ दिनो तक औली गोरसों सहित आस पास के अन्य पर्यटन स्थलो पर पर्यटन की गतिविधियां तेज हो जायेगी और शीतकालीन पर्यटन कारोबार को भी बल मिलेगा, सबसे अच्छी बात ये रही की इस बर्फबारी ने गढ़वाल हिमालय की सूखी पड़ी इन वीरान पर्वत श्रृंखलाओ और ऊंचे ऊंचे दरख्तो को सफेद बर्फ से लक दक कर इनकी प्राकृतिक सुन्दरता पर चार चांद लगा दिए है, ऐसे में आज विंटर डेस्टिनेशन औली पहुंचे पर्यटकों को बर्फ एन्जॉय के साथ साथ गढ़वाल हिमालय की इन 360डिग्री वाले पर्वत श्रृंखलाओ का विहंगम दृश्य का अद्भुत नजारा देखने को मिल रहा है, साथ ही बर्फानी खेलों के साथ साथ स्नो ट्रैकिंग का भी आनंद उठाने को मिल रहा है।