उत्तर नारी डेस्क
इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है, जिसमें एक से एक शादी के कार्ड छपवाए जाते हैं, पर उत्तराखण्ड की दो शादीयों के कार्ड जमकर वायरल हो रहे है। क्योंकि इन कार्डों पर कुछ ऐसा लिखा है जिसकी सराहना हो रही है। कार्डों पर लिखा हुआ संदेश सबको आकर्षित कर रहा है, क्योंकि यह उत्तराखण्ड में मूल निवास 1950 लागू कर सशक्त भू कानून लाये जाने को लेकर है।
जैसे कि आप सभी जाने है कि उत्तराखण्ड के लोग लंबे समय से अपने हक हुकूक जल जंगल जमीन आदि को बचाने के लिए मूल निवास 1950 और सशक्त भू कानून लागू करने की लडाई लड़ रहे है। जिसके चलते वे सभी चाहते हैं कि उनके हितों की सुरक्षा के लिए उत्तराखण्ड में मूल निवास 1950 लागू कर सशक्त भू कानून लाया जाए ताकि उन्हें उनका वो अधिकार मिल सके जिसके सिर्फ वो ही वास्तविक हकदार है। इसी बीच सोशल मीडिया पर दो अनोखे शादी के कार्ड वायरल हो रहे हैं जिसमें पहला शादी का कार्ड राजधानी देहरादून के योग नगरी ऋषिकेश व दूसरा कार्ड टिहरी गढ़वाल से सामने आया है। जिसमें जिम्मेदार नागरिकों ने कार्ड को अपना हथियार बना कर भू कानून का मुद्दा उठाया है जो लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। यह भू कानून के प्रति सरकार को जगाने के लिए एक अच्छी पहल मानी जा रही है।
बता दें, पहला शादी का कार्ड प्रसिद्ध आंदोलनकारी मातृ शक्ति के लिए प्रेरणा स्रोत व नशे के खिलाफ हमेशा आंदोलनरत रहने वाली कुसुम जोशी (संस्थापिका मैत्री नशा उन्मूलन संस्था) की बेटी नंदिनी जोशी का है जिनका विवाह आगामी 20 फरवरी को शुभम सकलानी के साथ होना तय हुआ है। दरअसल कुसुम जोशी ने अपनी बेटी के विवाह के कार्ड को उत्तराखण्ड मूल निवास भू कानून का जागरूक हथियार बनाया है जिसमें उन्होंने ( उत्तराखंडियों कू एक ही नारु मूल निवास 1950 लागू हो हमारू) प्रिंट करवाया है जो लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। बताते चले ये कार्ड राजधानी देहरादून के योगनगरी ऋषिकेश के विनोद विहार कॉलोनी श्यामपुर का है। इसके अलावा सोशल मीडिया पर नवीन और दिव्या का शादी का कार्ड वायरल हो रहा है जिनका विवाह 21 अप्रैल को होना है। जो टिहरी गढ़वाल जिले के चौरास क्षेत्र के नौर से सामने आया है। इसमें भी लोगो को जागरूक करने के लिए मूल निवास का मुद्दा प्रिंट करवाया गया है जो काफी सुर्खियां बटोर रहा है।