उत्तर नारी डेस्क
UPSC सिविल सर्विसेज का फाइनल रिजल्ट 2024 बीते दिन 22 अप्रैल 2025 को घोषित किया गया है। जिसके मुताबिक फाइनल मेरिट लिस्ट में 1009 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। इसमें से सामान्य वर्ग से 335, ईडब्ल्यूएस वर्ग से 109, ओबीसी से 318, एससी से 160 और एसटी वर्ग से 87 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। वहीं, संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में उत्तराखण्ड के युवाओं ने भी अपना परचम लहराया है। जहां 9 लड़के-लड़कियों ने इस बार बाजी मारी है। इसी क्रम में अंजू भट्ट ने भी UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में सफलता हासिल की है। अंजू भट्ट ने सिविल सेवा परीक्षा पास कर अपने परिवार और गांव का नाम गर्व से ऊँचा कर दिया है।
बता दें, अंजू का परिवार मूल रूप से टिहरी जनपद के सिलवाल गांव का है, लेकिन लंबे समय से वह विकासनगर के बरोटीवाला में रह रहे हैं। उनके पिता किशोरी लाल भट्ट असम राइफल्स में सूबेदार के पद पर नागालैंड में तैनात हैं, जबकि उनकी माँ इंदु भट्ट एक गृहिणी हैं। अपनी स्कूली शिक्षा अंजू ने विकासनगर के एक निजी विद्यालय से पूरी की। इसके बाद उन्होंने सहारनपुर के बादशाही बाग स्थित ग्लोकल विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की।
अंजू का सपना सिविल सेवा में जाने का बचपन से ही था। कक्षा 10 से उन्होंने इस लक्ष्य को पाने की ठान ली थी और तभी से उन्होंने घर पर ही पढ़ाई शुरू कर दी। कठिन परिश्रम और आत्मविश्वास के साथ उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की। हालांकि, पहले तीन प्रयासों में उन्हें सफलता नहीं मिली, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। लगातार कोशिशों और धैर्य के साथ उन्होंने चौथे प्रयास में सफलता प्राप्त की और ऑल इंडिया रैंक 312 हासिल की। उनकी इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार में बल्कि पूरे गांव में खुशी और गर्व का माहौल है।



