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कोटद्वार : ICSE बोर्ड के 12वीं में अस्मि पुंडीर ने साइंस स्ट्रीम में हासिल किये 97.25% अंक

उत्तर नारी डेस्क 


काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने परिणाम जारी कर दिया है। जिसके मुताबिक आईसीएसई (10वीं) और आईएससी (12वीं) के रिजल्ट में इस बार भी बेटियों ने परचम लहराया है। 10वीं में पासिंग प्रतिशत की बात करें तो लड़कियों ने 99.41 फीसदी अंक हासिल किए हैं, जबकि बालकों का पासिंग प्रतिशत 98.88 फीसदी रहा है। ऐसे ही 12वीं में भी बालिकाओं का पासिंग प्रतिशत लड़कों से ज्यादा रहा है।

उत्तराखण्ड में दसवीं में 7577 छात्र–छात्राओं ने परीक्षा दी थी, जिनमें 4024 छात्र एवं 3553 छात्राएं शामिल थीं। वहीं, 12वीं में 5441 परीक्षार्थी थे, जिनमें 2779 छात्र व 2662 छात्राएं शामिल हैं। 10वीं में 99.13 और 12वीं में 99.38 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। 

जिसमें कोटद्वार की बेटी अस्मि पुंडीर ने 12वी में साइंस स्ट्रीम (PCM) में 97.25% अंक प्राप्त कर स्कूल ही नहीं बल्कि  कोटद्वार का नाम भी रोशन किया है। यह उपलब्धि न सिर्फ उसकी मेहनत, लगन और अनुशासन का परिणाम है, बल्कि हम सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।


अर्णब पांडेय ने ICSE 12वीं में हासिल किए 99% अंक

वहीं, ICSE बोर्ड परीक्षा में सेंट जोसेफ स्कूल के होनहार छात्र अर्णब पांडेय ने 12वीं कक्षा में 99 प्रतिशत अंक हासिल कर न केवल अपने स्कूल और परिवार का नाम रोशन किया है, बल्कि राज्य के लिए भी गर्व का क्षण पैदा किया है। अर्णब की इस शानदार उपलब्धि के साथ ही उनका चयन अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित एक प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में भी हो गया है। अब वे उच्च शिक्षा के लिए विदेश रवाना होने की तैयारी कर रहे हैं।

आपको बता दें, अर्णब पांडेय उत्तराखण्ड शासन में वरिष्ठ ias अधिकारी पंकज पांडेय के पुत्र हैं। अपनी सफलता पर अर्णब ने कहा कि यह उपलब्धि उनके परिवार के समर्थन और उनके निरंतर परिश्रम का परिणाम है। उन्होंने बताया कि वे नियमित रूप से पढ़ाई करते थे और कठिन विषयों पर विशेष ध्यान देते थे। समय प्रबंधन और अनुशासन को उन्होंने अपनी तैयारी का सबसे अहम हिस्सा बताया। 

अर्णब ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हुए कहा कि जब भी वे किसी विषय में अटकते थे, परिवार उनका संबल बना और मानसिक रूप से हर कदम पर साथ रहा। वहीं उनके पिता पंकज पांडेय ने बेटे की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा, “एक मां-बाप के लिए यह सबसे बड़ा सुखद पल होता है। जो भी सपना अर्णब अपने भविष्य के लिए देख रहा है, उसमें पूरा परिवार उसका साथ देगा। 

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