उत्तर नारी डेस्क
श्री भगवान चंद्र देवलियाल का काव्य संग्रह ओजस का लोकार्पण पदमपुर स्थित ज्ञान वृक्ष स्कूल में एक समारोह में किया गया। पुस्तक की समीक्षा करते हुए भक्त दर्शन पीजी कॉलेज जहरी खाल के प्रोफेसर उमेश ध्यानी ने कहा कि एक रासायन शास्त्र केअध्यापक का काव्य क्षेत्र में आगमन का यह पहला कदम स्वागत योग्य है। कवि देवलियाल भारतीय परिवेश, परंपरा और संस्कृति के प्रति सजग़ एक राष्ट्रीयता पोषक रचनाकार हैं। उनसे भविष्य में और अधिक समृद्ध रचना की अपेक्षाएं हैं।
आकाशवाणी के सेवानिवृत्ति निदेशक चक्रधर कंडवाल (मुख्य अतिथि) ने पुस्तक की समीक्षा करते हुए कहा कि कविता हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विचार करने का अवसर प्रदान करती हैं और कवि देवलियाल इस पहलू पर खरे उतरते हैं। पुस्तक की भाषा सरल सहज है। उनकी कविता में राष्ट्रीयताका तत्व विद्यमान है। इस अवसर पर सर्वोदय नेता सुरेंद्र लाल आर्य, ज्ञानवृक्ष स्कूल के संचालक प्रशांत कुकरेती, ज्योत्सना कुकरेती, धीरेंद्र प्रकाश कोटनाला, ललन बुढ़ाकोटी विजेंद्र नेगी, प्रवेश नवानी, पंकज ध्यानी, आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री चंद्र प्रकाश नथानी ने की। कार्यक्रम संचालन सतीश देवरानी ने किया।