उत्तर नारी डेस्क
कहते हैं प्रतिभा किसी सीमा की मोहताज नहीं होती। बस जरुरत है प्रतिभा निखारने के लिए उचित दिशा निर्देशों की। अगर आपमें हुनर है और उस हुनर को सही मार्गदर्शन मिलता है तो आप भी दूसरों के लिए उदहारण बन सकते हो। अब इसी क्रम में चंपावत जिले की रहने वाली प्रीतिका खर्कवाल अमेरिका के विभिन्न कॉलेजों के 16 हजार छात्रों पर भारी पड़ी है और इन 16,000 से अधिक छात्र-छात्राओं के बीच प्रतियोगिता के माध्यम से जीतने पर उन्हें अमेरिका की प्रतिष्ठित नेशनल ऑनर सोसाइटी (NHS) की ओर से 25 हजार डॉलर की स्कॉलरशिप से सम्मानित किया गया है। इन सभी प्रतिभागियों में से प्रीतिका का चयन होना उत्तराखण्ड और देश के लिए गर्व की बात है। इसके साथ ही वह उत्तराखण्ड की बेटियों के लिए एक प्रेरणा बनकर भी उभरी है, जो युवा पीढ़ी को सपने देखने और उन्हें साकार करने की दिशा में प्रेरित कर रही है।
प्रीतिका के पिता आशुतोष खर्कवाल अमेरिका में आईटी प्रोफेशनल हैं और वर्तमान में जेपी मॉर्गन में वाइस प्रेसिडेंट के पद पर कार्यरत हैं। उनकी छोटी बहन वर्णिका खर्कवाल ने भी हाल ही में मिडिल स्कूल श्रेणी की ग्रैंड चैंपियनशिप जीतकर परिवार का नाम रोशन किया है।
आपको बता दें, वह लेबनान ट्रेल हाई स्कूल में सीनियर छात्रा हैं। प्रीतिका इससे पहले भी कॉरपोरेट यूथ लीडरशिप मेंटरिंग अवार्ड जीत चुकी हैं, जिसमें वह सबसे कम उम्र की विजेता बनी थीं। इसके अलावा उन्होंने “It’s Time to Start Looking In” नामक एक प्रेरणादायक स्व-सहायता पुस्तक भी लिखी है।
वह मानसिक स्वास्थ्य और युवाओं की समस्याओं पर आधारित पॉडकास्ट ‘Talk It Out with Preetika Kharkwal’ की होस्ट भी हैं।
अपनी उपलब्धियों के बल पर प्रीतिका को अब अमेरिका की मशहूर पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल ऑफ बिजनेस में पढ़ने का अवसर मिला है। यह संस्थान दुनिया का सबसे पुराना कॉलेजिएट बिजनेस स्कूल है, जिसकी स्थापना 1881 में हुई थी। गौरतलब है कि अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इसी स्कूल से पढ़े हैं।