उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की साइबर क्राइम टीम को एक बड़ी सफलता मिली है। टीम ने ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर 90 लाख रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह के सरगना को हरियाणा के रेवाड़ी जिले से गिरफ्तार किया है। अभियुक्त खुद को IIFL Securities का Chief Investment Officer बताकर लोगों को ठगता था।
एसटीएफ की जांच में खुलासा हुआ है कि यह गिरोह सोशल मीडिया और व्हाट्सएप ग्रुपों के माध्यम से लोगों को शेयर बाजार में निवेश के नाम पर अधिक मुनाफे का झांसा देकर ठगी करता था। इस गिरोह द्वारा प्रयोग की जाने वाली IIFLPRO नामक फर्जी एप के जरिए पीड़ितों को नकली लाभ दिखाया जाता था।
गिरफ्तार अभियुक्त का नाम विकास कुमार पुत्र राजेन्द्र सिंह है, जो मूल रूप से बिहार के सारण जिले का निवासी है और फिलहाल हरियाणा के कसोला, रेवाड़ी में रह रहा था।पुलिस टीम ने आरोपी को कसोला, रेवाड़ी से गिरफ्तार कर एक मोबाइल फोन, पासपोर्ट, आधार कार्ड और 4 एटीएम कार्ड जब्त किए हैं।
अभियुक्त द्वारा ठगी का तरीका:-
• व्हाट्सएप पर शेयर ट्रेडिंग से संबंधित मैसेज भेजे जाते थे।
• पीड़ितों को फर्जी ट्रेडिंग ग्रुप्स में जोड़ा जाता था, जहां पहले से जुड़े लोग नकली स्क्रीनशॉट के जरिए मुनाफा दिखाते थे।
• पीड़ितों से फर्जी कंपनी IIFLPRO PVT. LTD. के नाम पर लाखों की धनराशि विभिन्न खातों में जमा कराई जाती थी।
• बाद में इन पैसों को दूसरे खातों में ट्रांसफर कर गायब कर दिया जाता था।
केवल एक महीने (जून-जुलाई 2024) में अभियुक्त के खाते में लगभग 46 लाख रुपये का संदिग्ध लेनदेन सामने आया है। आरोपी पर पहले से दर्ज हैं कई केस,विकास कुमार के बैंक खातों से जुड़े देश के 5 राज्यों में साइबर अपराध की शिकायतें दर्ज हैं।