उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड की युवा पीढ़ी अब हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन कर रही है। क्रिकेट की दुनिया में भी उत्तराखण्ड के होनहार युवा अपनी सफलता का परचम लहरा रहे हैं। इसी क्रम में अब पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार के झंडीचौड निवासी अभय नेगी अपनी मेहनत व हुनर के बलबूते भारतीय क्रिकेट टीम में भारत और इंग्लैंड के बीच खेली जा रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले में शामिल हुए है। अभय नेगी की इस सफलता से उत्तराखण्ड का नाम रोशन हुआ है।
बता दें, त्रिपुरा और मेघालय की रणजी टीम से शुरुआत कर, आज उत्तराखण्ड के रणजी खिलाड़ी के रूप में देश और दुनिया में अपना परचम लहराने वाले अभय नेगी अब इंग्लैंड की धरती पर काउंटी क्रिकेट में प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, यह गर्व की बात है कि जब भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड में पाँच मैचों की टेस्ट सीरीज़ खेल रही है, तब टीम के कोच गौतम गंभीर ने विशेष रूप से अभय नेगी को गेंदबाजी के लिए आमंत्रित किया। यह सिर्फ एक आमंत्रण नहीं, बल्कि उनकी प्रतिभा, परिश्रम और समर्पण का जीवंत प्रमाण है।
गौर हो कि अभय नेगी एक प्रतिभाशाली क्रिकेट खिलाड़ी हैं, जिन्हें गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में उनके कौशल के लिए जाना जाता है। वहीं, अभय क्रिकेट प्रेमी परिवार में पले-बढ़े। उनके पिता, जो एक स्कूल शिक्षक थे, और उनकी माँ, जो एक गृहिणी थीं, ने उनकी रुचियों को प्रोत्साहित किया। उनके बचपन के हरे-भरे मैदानों में कई मैच खेले गए, जहाँ अभय ने दोस्तों के साथ अपने कौशल को निखारा। उनकी स्वाभाविक क्षमता और अनगिनत घंटों की कड़ी मेहनत ने स्थानीय क्रिकेट कोचों का ध्यान आकर्षित किया, जिन्होंने उनकी क्षमता को पहचाना। छोटी उम्र में, उन्होंने स्थानीय लीग और टूर्नामेंट में खेलना शुरू कर दिया, जिससे उन्हें प्रतिस्पर्धी क्रिकेट का अनुभव मिला, जिससे उन्हें मैदान पर अपने दृष्टिकोण को आकार देने में मदद मिली।