उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड STF ने नकली दवाएं बनाने वाली फैक्टरी के मालिक को शुक्रवार के दिन गिरफ्तार कर लिया है। जिनकी पूछताछ के आधार पर मालूम हुआ कि डॉक्टर मित्तल लैबोरेट्री अन्य कंपनियों से यह नकली दवा बनवाई जाती थी, इसमें एक करोड़ 42 लाख टैबलेट व 2 लाख नकली कैप्सूल्स बनाकर भिवाड़ी राजस्थान भेजे गए व स्टॉकिस्ट के माध्यम से मार्केट में सर्कुलेट किए गए।
उत्तराखण्ड एसटीएफ ने फिर से एक बड़ी कार्रवाई की है। जहां एसटीएफ ने देश भर में ब्रांडेड कंपनियां के नाम से नकली दवाइयां बनाकर बाजार में बेचने वाली कंपनी के मलिक दयाल गुप्ता को गिरफ्तार किया है। आपको बता दें कि इस मामले में तीन अभियुक्तों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था। जिनकी पूछताछ के आधार पर मालूम हुआ कि डॉक्टर मित्तल लैबोरेट्री अन्य कंपनियों से यह नकली दवा बनवाई जाती थी, इसमें एक करोड़ 42 लाख टैबलेट व 2 लाख नकली कैप्सूल्स बनाकर भिवाड़ी राजस्थान भेजे गए व स्टॉकिस्ट के माध्यम से मार्केट में सर्कुलेट किए गए। आज इसके मालिक दयाल गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया और जुडिशियल रिमांड पर भेज दिया गया।
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि एक जून को शिकायत मिलने पर प्रतिष्ठित दवा कंपनियों (ग्लेनमार्क, एल्केम, डा. रेड्डी आदि) के दवा व सिरप के रैपर, नकली आउटर बाक्स, लेबल और क्यूआर कोड बरामद कर आरोपित संतोष कुमार को गिरफ्तार किया था। आरोपित की पहचान ग्राम हसुलानी थाना कोपा जिला छपरा (निवासी) व्यक्ति संतोष कुमार के रूप में हुई थी। पुलिस ने आरोपित को राजा रोड बयांखाला स्थित एक मकान से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में एसटीएफ को पता चला था कि ब्रांडेड कपंनियों के इन रैपर, स्टीकर व क्यूआरड कोड की छपाई आदित्य काला के प्रिंटिंग प्रेस में होती है।
पंचकुला (हरियाणा) निवासी विक्रेता नवीन बंसल इनमें नकली टैबलेट भरवाकर दवाईयां तैयार कराता है और बाहरी राज्यों में सप्लाई करता है। एसटीएफ ने कड़ी से कड़ी जोड़कर मामले की गहनता से जांच की और आरोपित नवीन बंसल व आदित्य काला को गिरफ्तार किया। जहां से जानकारी मिली कि वह सहसपुर क्षेत्र स्थित एक फैक्टरी से दवाईयां लेते थे।
एसटीएफ ने आरोपित नवीन की फर्जी फर्म रीलिन फार्मा टेक व बीकेम बायोटेक से नकली पैन्ट्राप्रेजोल की 50.86 लाख टैबलेट, डिक्लोसिन एसपी की 15 लाख, लिवोसिट्रिजिन की 7.70 लाख, प्रोक्लोरपरप्रिजाइन की 33.93 लाख, एल्मोडिपाइन की 25.54 लाख, एसेक्लो पैरा की 6.05 लाख और नकली टेल्मीसर्टन की की 4.50 लाख टैबलेट बरामद की हैं।
आरोपित फैक्टरी स्वामी देवी दयाल गुप्ता ने वर्ष 2021 से 2025 तक लगभग एक करोड़ 42 लाख 30 हजार टैबलेट और लगभग दो लाख कैप्सूल आरोपित नवीन को अवैध तरीके से तैयार कर दिये हैं।
हरियाणा, भिवाड़ी, राजस्थान में होती थी सप्लाई
एसएसपी ने बताया कि आरोपित नवीन बसंल फैक्टरी से नकली दवाईयां तैयार करवाता था और दवाईयों को ट्रांसपोर्ट के माध्यम से हरियाणा, भिवाडी, राजस्थान आदि स्थानों में भिजवाता था। आरोपित फैक्टरी मालिक देवी दयाल गुप्ता आरोपित नवीन बंसल को भारी मात्रा में नकली दवाईयां अपनी फैक्टरी में बनवाकर देता था।