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जंगली मशरूम खाने से बिगड़ी पिता-पुत्री की तबीयत, अस्पताल मे भर्ती

उत्तर नारी डेस्क 


बारिश आते ही नमी वाली जगहों पर मशरूम उगने शुरू हो जाते हैं। इस सब्जी को ग्रामीण से लेकर शहरी इलाके तक खाने में काफी पसंद किया जाता है। लेकिन कभी-कभी इस मशरूम की जंगली प्रजाति यानी कुकुरमत्ता कहीं भी आसानी से उग जाती है। जिसे खाने से तबीयत खराब हो जाती है। कई बार ग्रामीण इस तरह के मशरूम को खाने की वजह से बीमार पड़ जाते हैं। अब ऐसी ही एक ख़बर चमोली से है। जहां जंगली मशरूम खाने से पिता-पुत्री की हालत बिगड़ गई है।

मामला बीती शनिवार को बताया जा रहा है जब गब्बर सिंह (45 वर्ष) और उनकी बेटी दीक्षा (14 वर्ष) ने रात के भोजन में जंगली मशरूम की सब्जी का सेवन किया, जिसके कुछ देर बाद ही दोनों की तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें उल्टी और दस्त की शिकायत होने लगी तथा स्वास्थ्य लगातार गिरता चला गया।

परिजनों द्वारा दोनों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नंदा नगर ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। वर्तमान में दोनों का जिला चिकित्सालय गोपेश्वर में विशेषज्ञ चिकित्सकों की निगरानी में उपचार चल रहा है।

जिला चिकित्सालय गोपेश्वर के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनुराग धनिक ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों की स्थिति अब स्थिर है और उनका इलाज विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में जारी है।

डॉ. धनिक ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि जंगली सब्जियों, विशेषकर जंगली मशरूम और लिंगड़ा के सेवन में अत्यंत सावधानी बरतनी चाहिए। जंगलों में उगने वाले मशरूम की कई प्रजातियां जहरीली होती हैं, जिनका सेवन जानलेवा साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि लोगों को घरों के आसपास या खेतों में उगने वाले अज्ञात जंगली मशरूम का सेवन नहीं करना चाहिए तथा इसके प्रति जन जागरूकता फैलाना आवश्यक है।

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