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उत्तरकाशी धराली आपदा अपडेट, पूरे क्षेत्र से 500 से ज़्यादा लोगों का किया गया रेस्क्यू

उत्तर नारी डेस्क 

उत्तराखण्ड के उत्तरकाशी जिले के हर्षिल और धराली क्षेत्र में आई भीषण आपदा के बाद राहत और बचाव कार्यों की राह में सबसे बड़ी बाधा बन कर सामने आया है खराब मौसम लेकिन आज मौसम ने मदद की और चार सौ से ज़्यादा लोगो को रैस्क्यू किया जा चुका है। पहाड़ी इलाकों में मूसलधार बारिश के चलते रास्ते बंद हो गए हैं, जिससे कई गांवों का संपर्क पूरी तरह टूट गया है।

प्रशासन, सेना और एयरफोर्स की टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं, ख़राब मौसम इन प्रयासों को धीमा ज़रूर कर रहा है लेकिन मज़बूत इक्छा शक्ति आगे बढ़ने से रोक नहीं पा रही है। दो और लोगों के शव मिलने से मरने वालों की संख्या छह हो गई है, जबकि 100 से ज्यादा लोग लापता है। बचाव अभियान में आपदा प्रबंधन बलों के साथ सेना और ITBP की टीमें जुटी हैं। मंगलवार रात से अब तक 500 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू किया गया है।


लापता लोगों की तलाश जारी, सेना ने बढ़ाई तैनाती

हर्षिल क्षेत्र में भारतीय सेना के 9 जवान अब भी लापता हैं, जिनमें एक जेसीओ (जूनियर कमीशन्ड ऑफिसर) शामिल हैं। इसके अलावा कुल 100 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। सेना की 225 सदस्यीय टीम राहत कार्यों में लगी है, जिसमें पैदल सैनिकों के साथ-साथ इंजीनियरिंग यूनिट भी शामिल हैं। सेना की इंजीनियरिंग टीम मलबा हटाने और रास्ते बहाल करने में जुटी है। RECCO रडार तकनीक और सर्च एंड रेस्क्यू डॉग्स की मदद से मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है। रिमाउंट एंड वेटरिनरी कोर से विशेष प्रशिक्षित डॉग यूनिट्स भी मौके पर पहुंची हैं।


BRO युद्धस्तर पर जुटा, NH-34 पर सबसे ज्यादा नुकसान

बॉर्डर रोड ऑर्गनाइजेशन (BRO) की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरकाशी-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-34) पर कई स्थानों पर सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। पापड़गाड़ के पास करीब 100 मीटर सड़क बह गई है, वहीं धराली के समीप भारी भूस्खलन और मलबा जमा हो गया है। प्रोजेक्ट शिवालिक के तहत BRO की टीमें तेजी से सड़क मरम्मत और यातायात बहाल करने के प्रयास में लगी हैं।


एयरफोर्स बनी ताकत

भारतीय वायुसेना ने रेस्क्यू मिशन में अपनी ताकत झोंक दी है। बरेली एयरबेस से Mi-17 और ALH Mk-III हेलिकॉप्टर तैनात किए गए हैं। वहीं, आगरा एयरबेस से AN-32 और C-295 विमान भी मदद को लगाये गए है । इन विमानों ने न सिर्फ राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है , बल्कि लगभग लोगों को सुरक्षित निकालकर लाया जा रहा है ।वहीं चिनूक हेलिकॉप्टर भी काफ़ी मददगार साबित हो रहा है,चिनूक हेलिकॉप्टर से लोगो को लगातार देहरादून लाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने हेली रेस्क्यू को और प्रभावी बनाने के निर्देश के साथ ख़ुद मौके पर जमें हुए है ।

उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा प्रभावित धराली क्षेत्र का दौरा कर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने NDRF, SDRF और जिला प्रशासन के साथ बैठक कर ग्राउंड रिपोर्ट ली और अधिकारियों को निर्देश दिया कि राहत कार्यों में कोई ढिलाई न बरती जाए। मुख्यमंत्री ने हेली रेस्क्यू ऑपरेशंस को और प्रभावी बनाने, सड़क, संचार और बिजली की आपूर्ति को शीघ्र बहाल करने, तथा पेयजल और खाद्यान्न वितरण की सघन निगरानी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।राहत शिविरों में भोजन, दवाइयों और जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति का भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है, ताकि प्रभावितों को किसी तरह की असुविधा न हो।

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार इस संकट की घड़ी में पूरी संवेदनशीलता के साथ लोगों के साथ खड़ी है और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।

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