उत्तर नारी डेस्क
जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया के निर्देश पर खोह नदी किनारे क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने एवं गाड़ीघाट पुल पर पैच कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। यह कार्रवाई उस निरीक्षण के बाद की गई है, जिसमें जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों को त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे।
बीते मंगलवार को कोटद्वार भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने खोह नदी के समीप गाड़ीघाट पुल का निरीक्षण किया था। निरीक्षण में पाया गया कि खोह नदी के बाएं किनारे स्थित सुरक्षा दीवार को क्षति पहुँची हुई है, जिससे आसपास के क्षेत्र में खतरा उत्पन्न हो सकता है। इस पर जिलाधिकारी ने सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता को तत्काल आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
साथ ही, पुल पर बने गड्ढों को देखते हुए उन्होंने लोक निर्माण विभाग को पैच कार्य शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि यातायात सुगम और सुरक्षित रह सके।
जिलाधिकारी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन में खोह नदी के बाएं किनारे क्षतिग्रस्त सुरक्षा दीवार पर कार्य आरंभ कर दिया गया है। सुरक्षा हेतु रिटेनिंग वॉल की क्षति रोकने के लिए वायर क्रेट लगाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, गाड़ीघाट पुल पर पैच कार्य भी कर लिया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि खोह नदी के किनारे स्थित संरचनाओं की सुरक्षा और पुलों के रखरखाव को लेकर प्रशासन गंभीर है। उनका स्पष्ट निर्देश है कि बरसात के मौसम को देखते हुए ऐसे कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाय।
संबंधित विभागों द्वारा त्वरित कार्रवाई से आमजन को सुरक्षित और निर्बाध आवागमन की सुविधा सुनिश्चित हो रही है। प्रशासन की प्राथमिकता है कि नदी किनारे सभी सुरक्षा दीवारों और पुलों की नियमित निगरानी की जाए ताकि भविष्य में कोई दुर्घटना न हो।
पौड़ी गढ़वाल : DM के निर्देश पर सस्ते गल्ले की दुकानों में छापेमारी, नमक की सख़्त जांच
प्रदेश में विगत कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों में वितरित किए जा रहे नमक में मिलावट संबंधी वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि जनता को उपलब्ध कराया जा रहा खाद्य सामग्री पूरी तरह सुरक्षित और मानक के अनुरूप हो। उनके आदेशों के क्रम में जिलाधिकारी गढ़वाल स्वाति एस. भदौरिया के निर्देशन में राजस्व विभाग, पूर्ति विभाग और खाद्य संरक्षा एवं औषधि प्रशासन की संयुक्त टीम ने जनपद की सभी तहसीलों की सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों पर औचक निरीक्षण किया गया।
इस दौरान सस्ते गल्ले की दुकानों से दिए जाने वाले नमक की गुणवत्ता जांची गई। दुकानों में रखे नमक के पैकेटों की सैंपलिंग की गई, जिन्हें जांच के लिए रुद्रपुर स्थित खाद्य प्रयोगशाला में भेजा गया है। निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारियों, तहसीलदारों, नायब तहसीलदारों, राजस्व निरीक्षकों एवं उप निरीक्षकों द्वारा दुकानों में अन्य खाद्यान्न सामग्रियों की उपलब्धता और गुणवत्ता का भी परीक्षण किया गया।
जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि नमक की जांच रिपोर्ट प्राप्त होने तक एहतियात बरती जाए। उन्होंने नमक के रख-रखाव और उचित हैंडलिंग के संबंध में भी निर्देश जारी किए।
जिलाधिकारी ने कहा कि उपभोक्ताओं तक केवल उच्च गुणवत्ता वाले आयोडाइज्ड नमक ही पहुंचेंगे और किसी भी प्रकार की अनियमितता पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं तक गुणवत्तापूर्ण खाद्य सामग्री पहुंचाना प्रशासन की प्राथमिकता है और इसी दिशा में लगातार निरीक्षण एवं निगरानी की जा रही है।