उत्तर नारी डेस्क
सितंबर महीने में देशभर ने उत्तराखण्ड और हिमाचल में मौसम की तबाही देखी। जल प्रलय और भूस्खलन ने हाहाकार मचाया। अब मौसम विभाग ने गुड न्यूज दी है। बताया कि एक सप्ताह बाद मानसून की विदाई संभव है।
बीते कुछ दिन भारी बारिश और भू्स्खलन ने उत्तर भारतीय राज्यों में जमकर तबाही मचाई, खासकर उत्तराखण्ड और हिमाचल प्रदेश में। प्रलय के ऐसे खौफनाक मंजर देखने को मिले, जो शायद पहले देखे गए हों। हिमाचल को आपदाग्रस्त घोषित किया गया तो उत्तराखण्ड में देहरादून के लोगों ने पहली बार जल त्रासदी देखी। कई मकान और लोग मलबे में दब गए या जल के तेज बहाव में लापता हो गए। इस बीच मौसम विभाग ने गुड न्यूज दी है।
आईएमडी ने बताया है कि पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों से मानसून की विदाई हो चुकी है। उत्तराखण्ड में भी अब बारिश का दौर कमजोर पड़ गया है और अगले एक हफ्ते में यहां से भी मानसून की विदाई संभव है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल राज्य में सिर्फ हल्की बारिश की संभावना बनी रहेगी।
एक सप्ताह बाद मौसम की विदाई
उत्तराखण्ड में मानसून अब कमजोर पड़ गया है। पिछले तीन दिनों से बारिश नहीं हो रही है और धूप खिलने से तापमान में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। मौसम विभाग की ओर से प्रदेश में एक सप्ताह बाद मानसून की विदाई की संभावना जताई गई है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉ. सीएस तोमर ने कहा कि राजस्थान, गुजरात, पंजाब, हरियाणा के कुछ हिस्सों से मानसून की विदाई हो गई है। अगले दो से तीन दिन में हिमाचल और जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों से मानसून विदा होने का पूर्वानुमान जारी किया गया है। उत्तराखण्ड में अभी हल्की बारिश की संभावनाएं बनी है।
आज हल्की बारिश संभव
मौसम निदेशक डॉ. सीएस तोमर ने कहा कि उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़ एवं नैनीताल जिलों में कहीं-कहीं पर हल्की से हल्की बारिश के आसार हैं। वहीं, उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून समेत प्रदेश के अधिकांश इलाकों में सोमवार को धूप खिली रही और तापमान में सामान्य से चार डिग्री तक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। दून में ही तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक 33.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।