उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के रुद्रप्रयाग जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे युवा कल्याण विभाग को हिला कर रख दिया है। जहां एक महिला प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) कर्मी ने विभाग के युवा कल्याण अधिकारी पर छेड़खानी, अभद्र व्यवहार और कपड़े फाड़ने का गंभीर आरोप लगाया है। इस पूरे प्रकरण का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जिससे लोगों में रोष है और बवाल बढ़ गया है। वहीं, इस मामले के चलते महिला सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
जानकारी के अनुसार, रुद्रप्रयाग जिले की महिला पीआरडी कर्मी गीता पंवार ने पुलिस प्रशासन को तहरीर देते हुए बताया कि वह बीते मंगलवार को अपने साथियों के साथ युवा कल्याण कार्यालय में किसी सामान के वितरण से जुड़ा कार्य निपटाने के लिए पहुँची थी। इस दौरान जैसे ही उसने अपनी बात रखी तो एक अधिकारी ने उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश करते हुए उसके कपड़े फाड़ दिए। इतना ही नहीं बल्कि अधिकारी ने उसके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया। उन्होंने बताया कि यह पहली बार नहीं था जब अधिकारी ने उनसे इस तरह का बर्ताव किया है। महिला जवान का कहना है कि उन्हें नियमित रूप से विभागीय कारणों से दफ्तर जाना पड़ता है, लेकिन इस बार स्थिति नियंत्रण से बाहर चली गई।
घटना की जानकारी मिलते ही विभाग में तनाव का माहौल बन गया। इस बीच, महिला जवान का कथित वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें उसके कपड़े फटे हुए दिखाई दे रहे हैं। वीडियो सामने आने के बाद घटना ने और तूल पकड़ लिया है और लोग विभागीय कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
इधर, युवा कल्याण अधिकारी वरद जोशी ने भी पुलिस में अपनी तहरीर दी है। उन्होंने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। कोतवाली निरीक्षक मनोज नेगी ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायत प्राप्त हुई है और मामला जांच में है। पुलिस का कहना है कि साक्ष्य और तथ्यों के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।



