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कोटद्वार : विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर युवक से ठगी, साइबर सेल व पुलिस ने किया खुलासा

उत्तर नारी डेस्क 

दिनांक 25 सितंबर को सोनम बिष्ट द्वारा कोतवाली कोरद्वार पर एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया जिसमें उनके द्वारा अंकित किया गया कि उनके भाई को एक व्यक्ति जिसने अपना नाम विरेन्द्र सिंह बताया द्वारा जॉब ऑफर का लालच दिया, उसके द्वारा मेरे भाई को विदेश (साऊथ अफ्रीका) में अच्छी नौकरी दिलाने का झांसा दिया जिसके लिए उसने कुछ पैसे मांगें। मेरे भाई ने उस व्यक्ति पर विश्वास कर उसे कुल 97,000/ हजार रुपये की धनराशि उसके द्वारा बताए गए नंबरों पर गूगल पे कर दिए कुछ समय बाद जब व्यक्ति द्वारा हमारा फोन नही उठाया गया तो हमें अपने साथ धोखाधड़ी होने का अहसास हुआ। इस शिकायती प्रार्थना पत्र के आधार पर कोतवाली कोटद्वार में मु0अ0सं0- 235/25, धारा- 318(4) BNS अभियोग पंजीकृत किया गया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी सर्वेश पंवार द्वारा पीड़िता की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी एवं ठगी का खुलासा करने हेतु तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करने के निर्देश जारी किए गए। उक्त निर्देशों के अनुपालन में चन्द्रमोहन सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार, क्षेत्राधिकारी कोटद्वार निहारिका सेमवालके पर्यवेक्षण में तथा प्रभारी निरीक्षक कोटद्वार के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम एवं साइबर सर्विलांस टीम गठित की गई।

गठित पुलिस टीम द्वारा मामले तुरंत कार्यवाही शुरू की गई, लगातार अथक प्रयासों, तकनीकी विश्लेषण, कॉल डिटेल्स, बैंक ट्रांजैक्शन की ट्रेसिंग तथा डिजिटल सर्विलांस के माध्यम से उक्त धोखाधड़ी के सम्बन्ध में आवश्यक जानकारी जुटाई गई। पुलिस एवं साइबर सेल कोटद्वार टीम द्वारा की गई लगातार कई दिनों की गहन पतारसी, तकनीकी निगरानी के माध्यम से साक्ष्य संकलित करते हुए उक्त धोखाधड़ी का खुलासा किया। साक्ष्य संकलन एवं जांच के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि उक्त धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देने वाला विरेन्द्र नहीं ब्लकि अनिल रावत,निवासी- कंडीसौड़, टिहरी गढ़वाल था। उक्त प्रकरण में मामले की पुष्टि होने पर पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए अभियुक्त अनिल रावत को 06 नवंबर को देहरादून से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारशुदा अभियुक्त को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। पुलिस टीम द्वारा अभियुक्त के कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन, सिम कार्ड व 24,700 रू0/- की धनराशी भी बरामद की गई।


पूछताछ का विवरण

पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया कि कुछ समय पहले वह ओमान में नौकरी करता था वहां वीजा खत्म होने के बाद वह भारत वापस आ गया था और पैसों की तंगी भी हो गई थी। क्योंकि उसे पता था कि बहुत सारे लोग नोकरी के लिए विदेश जाना चाहते हैं इसलिए उसके द्वारा कम समय में अधिक पैसा कमाने के लिए लोगों से विदेश में नोकरी दिलाने के नाम पर ठगी करनी शुरू कर दी। 


नाम पता अभियुक्त

अनिल रावत पुत्र स्वर्गीय अजीत रावत, निवासी- ग्राम भल्डयाणा, कंडीसौड़,  टिहरी गढ़वाल


बरामदगी

1. घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन मय सिम

2. 24700 रूपये नकद

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