उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड में गुलदार का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। आए दिन कोई न कोई ऐसी खबर सामने आ जाती है जब गुलदार इंसानी बस्तियों में घुसकर किसी न किसी को शिकार बना रहा हो। वहीं अब ख़बर पौड़ी गढ़वाल के डोभाल ढांडरी गांव से सामने आ रही है। जहां गडोभाल ढांडरी और कोटी गांव में आतंक मचाने वाले गुलदार को वन विभाग ने पिंजरे में कैद कर लिया है। वन विभाग की टीम ने गुलदार को रेस्क्यू कर नागदेव रेंज पौड़ी पहुंचाया, जहां पशु चिकित्सक द्वारा उसका स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। परीक्षण के बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
आपको बता दें, हाल ही में पौड़ी के डोभाल ढांडरी और कोटी गांव में वन विभाग की टीम ने एक चार साल के गुलदार को पिंजरे में कैद कर रेस्क्यू किया। गुलदार को नागदेव रेंज पौड़ी लाया गया, जहां पशु चिकित्सक उसकी स्वास्थ्य जांच कर रहे हैं। जांच के बाद उच्चाधिकारियों के आदेशानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। इन क्षेत्रों में हाल के दिनों में गुलदार की बढ़ती गतिविधियों ने ग्रामीणों में दहशत फैला दी थी। वन विभाग ने विशेष अभियान चलाते हुए ट्रैप कैमरे लगाए, नियमित गश्त की और पिंजरे लगाए। कोटी गांव के पास एक पिंजरे में गुलदार फंस गया।
रेंजर दिनेश नौटियाल ने बताया कि गुलदार की उम्र लगभग चार वर्ष है और इसे सुरक्षित तरीके से संभाला जा रहा है। हालांकि, क्षेत्र में अन्य गुलदार सक्रिय होने की संभावना को देखते हुए निगरानी और गश्त जारी रहेगी। कोटी और डोभाल ढांडरी में हाल ही में हुई महिलाओं से संबंधित घटनाओं के बाद वन विभाग ने मनुष्य की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। स्कूल जाने वाले बच्चों और जंगल में काम करने वाली महिलाओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। वन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि अकेले जंगल या सुनसान रास्तों पर न जाएं। वन विभाग और स्थानीय लोग मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से मानव जीवन सुरक्षित रहे।

