उत्तर नारी डेस्क
जनपद चमोली पुलिस का सबसे विश्वसनीय जासूस, एक्सप्लोसिव डिटेक्शन डॉग "रॉकी", 10 दिसंबर को 11 वर्ष की उम्र में अपनी ड्यूटी पूरी कर चिरनिद्रा में लीन हो गया। मल्टी ऑर्गन फेलियर और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बहादुरी से लड़ने के बाद, रॉकी ने आज अंतिम साँस ली, जिससे पूरे पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है।
रॉकी वर्ष 2016 में चमोली पुलिस का अभिन्न हिस्सा बना, जो की पिछले कुछ दिनों से गंभीर रूप से अस्वस्थ था। चमोली पुलिस ने अपने इस वफादार साथी को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। उसे सबसे पहले पशु चिकित्सालय गौचर और देहरादून में विशेष उपचार दिया गया। जब उसकी हालत बिगड़ी, तो उसे विशेषज्ञ इलाज के लिए लुधियाना तक ले जाया गया। तमाम अथक प्रयासों के बावजूद, डॉक्टरी टीम उसे बचा नहीं सकी और उपचार के दौरान उसने अंतिम सांस ली।
आज पुलिस लाईन देहरादून में आयोजित "रॉकी" की अंतिम यात्रा में कुश मिश्रा (IPS), सहायक पुलिस अधीक्षक, देहरादून सहित अन्य अधिकारियों ने उसे राजकीय सम्मान के साथ नम आँखों से शोक सलामी देकर विदा किया।
एसपी चमोली सुरजीत सिंह पँवार ने भावुक होते हुए कहा, " "रॉकी ने 2016 से चमोली पुलिस के लिए अतुलनीय सेवा दी है। वीवीआईपी ड्यूटियाँ, बद्रीनाथ धाम की सुरक्षा, महाकुंभ, अर्द्धकुंभ, कांवड यात्रा और विधानसभा सत्र जैसी महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारियाँ निभाई थीं। उसका असमय चले जाना पुलिस परिवार के लिए एक अपूर्णीय क्षति है।
चमोली पुलिस का यह वीर योद्धा भले ही आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन उसकी सेवा और वफादारी की कहानी हमेशा याद रखी जाएगी।


