उत्तर नारी डेस्क
तहसील कोटद्वार के सनेह में बर्ड फेस्टिवल के प्रस्तावित आयोजन को लेकर जिलाधिकारी स्वाति एस. भदौरिया ने आज प्रस्तावित कार्यक्रम स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने वन एवं पर्यटन विभाग को फेस्टिवल को प्रभावी, आकर्षक तथा सहभागी बनाते हुए इसकी विस्तृत रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने प्रभागीय वनाधिकारी को दो दिवसीय बर्ड फेस्टिवल की व्यापक योजना बनाने को कहा, जिसमें स्थानीय एवं प्रवासी पक्षियों के संरक्षण और जागरुकता को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि बर्ड वॉक एवं प्रकृति भ्रमण हेतु उपयुक्त मार्ग चिह्नित किए जाएँ। साथ ही उन्होंने प्रत्येक स्थल पर स्थानीय पक्षियों की प्रजातियों का विवरण प्रदर्शित किए जाने के भी निर्देश दिए, ताकि आगंतुकों को क्षेत्र की जैव विविधता की जानकारी सरलता से मिल सके।
उन्होंने कहा कि फेस्टिवल के दौरान बर्ड फोटोग्राफी प्रदर्शनी का आयोजन करते हुए उत्कृष्ट फोटोग्राफरों को सम्मानित किया जाए, जिससे पक्षी संरक्षण के संदेश को व्यापक स्तर पर प्रसारित किया जा सके और इस क्षेत्र की जैव विविधता को विश्वपटल पर एक नयी पहचान मिल सके।
जिलाधिकारी ने पर्यटन विभाग को बर्ड वॉचर्स ग्रुप, पक्षी प्रेमियों और प्रकृति-फोटोग्राफरों को आमंत्रित करने की रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रचार-प्रसार के लिए डिजिटल माध्यमों का प्रभावी उपयोग किया जाए, ताकि अधिकाधिक प्रकृति-प्रेमी इस आयोजन से जुड़ सकें। उन्होंने स्कूली बच्चों के लिए पक्षी पहचान कार्यशाला, चित्रकला प्रतियोगिता एवं जागरुकता कार्यक्रम जोड़ने पर भी जोर दिया, ताकि युवा पीढ़ी में प्रकृति संरक्षण के प्रति रुचि उत्पन्न हो सके।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि आयोजन स्थल पर आगंतुकों के लिए पार्किंग, पेयजल, स्वच्छता, प्राथमिक उपचार तथा सुरक्षा जैसी आधारभूत व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि स्थानीय समुदाय, स्वयं सहायता समूहों एवं महिला समूहों को फेस्टिवल में सहभागी बनाते हुए स्थानीय उत्पादों के स्टॉल लगाने का अवसर दिया जाए, जिससे क्षेत्र की आजीविका में भी सुधार हो सके। उन्होंने अधिकारियों को फेस्टिवल के दौरान वन्यजीव सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन एवं यातायात व्यवस्था की ठोस तैयारी सुनिश्चित करने को निर्देशित किया।
जिलाधिकारी ने कहा कि सनेह क्षेत्र का प्राकृतिक एवं पारिस्थितिक वातावरण बर्ड-वॉचिंग पर्यटन के लिए अत्यंत उपयुक्त है और योजनाबद्ध प्रयासों के माध्यम से यह क्षेत्र राज्य के प्रमुख बर्ड-वॉचिंग स्थलों में उभर सकता है।
निरीक्षण के दौरान प्रभागीय वनाधिकारी लैंसडौन वन प्रभाग जीवन मोहन दगाड़े, उपजिलाधिकारी शालिनी मौर्य, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कोटद्वार : सिद्धबली महोत्सव के लिए 5, 6 दिसम्बर को रहेगा अवकाश
कोटद्वार में प्रतिवर्ष दिसंबर में होने वाले तीन दिवसीय श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान 5 दिसंबर से आयोजित होने जा रहा है। जो 5, 6 और 7 दिसंबर तक आयोजित किया जाएगा। जिसके लिए सिद्धबली मंदिर समिति ने मेले के आयोजन के लिए सभी तैयारियां करनी शुरू कर दी हैं। वहीं, तीन दिवसीय श्री सिद्धबली महोत्सव के लिए कोटद्वार तहसील के सभी शिक्षण संस्थानों में जिलाधिकारी की ओर से दो दिन का विशेष अवकाश घोषित कर दिया गया है। ऐसे में 5 और 6 दिसंबर को तहसील कोटद्वार क्षेत्रांतर्गत आने वाले महाविद्यालय, सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों एवं आगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश रहेगा।
बता दें, पहले दिन 5 दिसंबर शुक्रवार को ब्रह्ममुहूर्त में 5 बजे पिंडी महाभिषेक होगा। सुबह 7:00 बजे मंदिर परिक्रमा के बाद एकादश कुंडीय यज्ञ होगा। सुबह 8:00 बजे सिद्धों के डांडा की यात्रा होगी। शाम 3:00 बजे नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी।
दूसरे दिन 6 दिसंबर को सुबह 5:00 बजे पिंडी महाभिषेक होगा। सुबह 7:00 बजे एकादश कुंडीय यज्ञ होगा। दोपहर 1:00 बजे से गढ़वाली भजन संध्या आयोजित होगी। जिसमें प्रसिद्ध गढ़वाली भजन गायक मंगलेश डंगवाल भजनों की प्रस्तुतियां देंगे।
मेले के अंतिम दिन 7 दिसंबर को सुबह 5:00 बजे पिंडी महाभिषेक होगा। सुबह 7:00 बजे एकादश कुंडीय यज्ञ का समापन पूर्णाहुति के साथ होगा। जबकि सुबह 8:00 बजे बाबा के जागर होंगे। 11:00 बजे बाबा को सवामन रोट का प्रसाद चढ़ाने के बाद प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित होगा। दोपहर 1:00 बजे हिंदी भजन संध्या आयोजित होगी। जिसमें प्रसिद्ध भजन गायक लखबीर सिंह (लक्खा) भजनों की प्रस्तुतियां देंगे।

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