उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड के पहाड़ी इलाकों से कई बार स्कूल से छात्रों को शिक्षा दे रहे अध्यापकों के अच्छे वीडियो सामने आते हैं। कई बार ऐसा देखा गया है कि किसी शिक्षक का अगर स्कूल से तबादला होता है, तो वहां के ग्रामीण और छात्र फूट-फूटकर रोते हैं, लेकिन कई बार प्रदेश के पहाड़ी इलाकों से ऐसी भी तस्वीर सामने आती हैं, जो शिक्षकों के नाम को खराब करती है। ऐसा ही एक मामले पौड़ी गढ़वाल जिले के विकासखंड बीरोंखाल से सामने आया। जहां, राजकीय प्राथमिक विद्यालय नानस्यूं में तैनात एक शिक्षक शराब के नशे में स्कूल पहुंच गया और बच्चों को तुरंत छुट्टी देकर घर भेज दिया।
सूचना मिलने के बाद ग्राम प्रधान हिमांशु रावत ने घटना की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा पौड़ी नागेंद्र बर्वाल को दी। इसके बाद शिक्षक तत्काल निलंबित कर दिया गया और उन्हें उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय बीरोंखाल में संबद्ध किया गया।
जानकारी के अनुसार, विद्यालय में अध्ययनरत सात बच्चे जब सोमवार सुबह प्रांगण में पहुंचे तो सहायक अध्यापक रूपचंद्र को नशे में धुत देखकर हैरान रह गए। वे कुछ कह पाते, शिक्षक ने सभी को तुरंत घर जाने को कह दिया। सुबह ही बच्चों की छुट्टी होने पर ग्राम प्रधान हिमांशु रावत स्कूल पहुंचे और उन्होंने शिक्षक को शराब के नशे धुत पाया। जिसके बाद उन्होंने शिक्षक का वीडियो बनाकर उप शिक्षा अधिकारी बीरोंखाल वर्षा को भेज दिया। उप शिक्षा अधिकारी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक शिक्षा पौड़ी को कार्रवाई की सिफारिश भेजी।
प्रकरण में यह भी उजागर हुआ कि शिक्षक अगस्त माह में भी नशे में स्कूल आए थे उस समय कड़ी चेतावनी दी गई थी। बावजूद इसके उनकी कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आया। इस घटना से विद्यालय और विभाग की छवि धूमिल हुई।
विद्यालय में कुल दो शिक्षक तैनात हैं…लेकिन दूसरा शिक्षक किसी प्रशिक्षण में शामिल होने के कारण उस दिन मौजूद नहीं थे।

