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गंगोत्री से बूढ़ाकेदार और केदारनाथ का नया रोड नेटवर्क तैयार करने की संभावना, करीब 144 किमी कम होगा फासला

 उत्तर नारी डेस्क 

उत्तराखण्ड के कई क्षेत्रों की सड़को, पुलों की दुर्दशा हर किसी के सामने थी, कई मार्ग तो ऐसे हो चुके थे जहाँ से  गाड़ी तो दूर पैदल चलना भी दूभर हो चूका था, लेकिन उत्तराखण्ड में अब सड़क कनेक्टिविटी और पुलों के निर्माण को लेकर उत्तराखण्ड सरकार द्वारा विशेष ध्यान दिया जा रहा है, या यूँ कह लीजिये की इन कार्य को कहीं न कहीं प्राथमिकताओं में शामिल किया जा रहा है। आए दिन अख़बारों और सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत किसी ना किसी पुल व सड़क के उद्धघाटन समाहरोह में शिरक़त करते दिखाई देते हैं। 

वहीं अगर बात बूढ़ाकेदार की करें, तो  सरकार द्वारा गंगोत्री से बूढ़ाकेदार और केदारनाथ का नया रोड नेटवर्क तैयार करने की संभावना तलाश की जा रही है।

भटवाड़ी से बूढ़ाकेदार तक 45.50 किमी मार्ग बनाने के लिए सर्वेक्षण को मंजूरी दे दी गई है। पहले चरण की इस प्रशासकीय और वित्तीय स्वीकृति के तहत मार्ग के सर्वे के लिए 6.56 लाख रुपये मंजूर किए गए हैं। सचिव लोनिवि आरके सुधांशु के निर्देश पर इसका शासनादेश जारी कर दिया गया है। मुख्यमंत्री जब कुछ वक़्त पूर्व बूढ़ाकेदार गए तो स्थानीय  लोगों ने सदियों पुराने इस पैदल चार धाम मार्ग को मोटर मार्ग में बदलने की मांग की थी।

काफी लम्बे समय से इस मोटर मार्ग को बनाने की संभावना को लेकर शासन स्तर पर भी विचार विमर्श चल हो रहा था। 

अगर यह मार्ग बन गया तो स्थानीय लोगों के लिए काफी सुविधाएँ हो जाएंगी।  आपको बता दें, यह मार्ग बन ने के बाद यह दूरी लगभग 210 किमी ही रह जाएगी। जहाँ पहले 354 किमी का सफऱ तय करना पड़ता था वहीं देखा जा रहा हैं की यह सफर करीब 144 किमी दूरी कम हो जाएगी। आपको बता दें, इससे आगे घुत्तू वाया पावली कांठी से त्रियुगीनारायण तक दूसरे चरण के मोटर मार्ग निर्माण से यह सोनप्रयाग से जुड़ जाएगा। इस तरह यह चारधाम मार्ग से कनेक्ट हो जाएगा। शासन ने पहले चरण के प्रारंभिक सर्वे का आदेश जारी कर दिया है। सर्वे के बाद मोटर मार्ग की डीपीआर तैयार की जाएगी।

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