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मुख्यमंत्री का कांग्रेस पर हमला, कांग्रेस खुद तो बर्बाद है ही, वह किसानों को भी करना चाहती है बर्बाद

उत्तर नारी डेस्क 

कृषि कानून के विरोध में भारत बंद में विपक्षी दलों के समर्थन पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कांग्रेस पर निशाना साधा।

सीएम ने निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव के घोषणा पत्र में कृषि कानून बनाने का वादा किया था, लेकिन आज वह विरोध में उतर आई है। सीएम ने कांग्रेस पर दोगला होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद तो बर्बाद है ही, वह किसानों को भी बर्बाद करना चाहती है। उन्होंने कहा कि हम किसानों से आह्वाहन करते हैं कि सरकार पर भरोसा रखें। वे किसी भ्रम में न पड़े। कोई ऐसा काम न हो, जिससे राज्य के अमन को नुकसान पहुंचे।

मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर किसानों को भ्रमित किया जा रहा है। कृषि कानून किसानों के हित में है। इसकी बहुत लंबे समय से डिमांड चल रही थी। उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध कृषि विज्ञानी रहे स्वामीनाथन की रिपोर्ट के आधार पर कृषि कानून है। कानून के तहत किसानों के लिए अनेक विकल्प खोल दिए गए हैं। पहले किसान मंडी मे खरीदारी करता था। आज ओपन मार्केट कर दिया। उन्होंने कहा कि किसानों के बीच यह भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है कि एमएसपी समाप्त हो रहा है। एमएसपी समाप्त नहीं हो रहा है।

 

मुख्यमंत्री ने प्रदेश के किसानों से अपील की कि वे बिल्कुल भ्रमित न हों। उन्होंने विश्वास दिलाया कि भजापा आपके हितों की संरक्षक है। लेकिन कांग्रेस जो कृषि कानून के विरोध में खुलकर सामने आ रही है, दोगली है। उसने 2019 के घोषणा पत्र में है साफ लिखा कि वह एपीएमसी एक्ट को निरस्त कर देगी। कृषि उत्पादों के व्यापार की व्यवस्था करेगी। आज वही कांग्रेस स्वयं इस आंदोलन में कूद गए। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह के नारे लगाए जा रहे हैं, ऐसा लगता है कि कुछ लोग देश की अखंडता और एकता को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। हम इसकी तीव्र भर्त्सना करते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को दोगली कांग्रेस से बचने की जरूरत है। 


मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि शायद पहली बार ऐसा हुआ कि नए पेराई सत्र से पहले किसानों को उनकी फसल का शतप्रतिशत भुगतान किया गया हैं। किसानों से धान की खरीदारी हो रही है। 24 घंटे में बिलों का भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से हो रहा है।

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