उत्तर नारी डेस्क
चिपको आन्दोलन के प्रणेता विश्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद सुन्दरलाल बहुगुणा ने किसानो को अपना समर्थन दिया है।
उनका कहना है की अन्नदाता के आंदोलन को और उनकी मांगो को सरकार को मानना चाहिए और उनके इस आंदोलन में वे अपना पूर्ण समर्थन देते है।
आपको बताते चलें, की विश्व प्रसिद्ध पर्यावरणविद सुन्दरलाल बहुगुणा चिपको आन्दोलन में अपना समर्थन देने के कारण विश्वभर में वृक्षमित्र के नाम से प्रसिद्ध है और वे सन 1971 में शराब की दुकानों को खोलने से रोकने के लिए सोलह दिन तक का अनशन भी कर चुके है साथ ही वे टिहरी बाँध के खिलाफ आंदोलन में भी अहम भूमिका निभा चुके है। उन्होंने कई बार भूख हड़ताल भी की है और तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी.नरसिंहा राव के शासनकाल के दौरान उन्होंने डेढ़ महीने तक भूख हड़ताल कर सालों तक शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जिस के बाद 2004 में टिहरी बाँध पर फिर से काम शुरू किया गया।
आज वे भले ही बुज़ुर्ग और अस्वस्थ हो चुके हों परन्तु अपना सहयोग किसानो को देने के लिए उनके समर्थन में शामिल होने जा रहे है। बता दें, किसानों के आंदोलन को गुरुवार को 22वा दिन हो चूका है और किसान केंद्र सरकार द्वारा लागू तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहें हैं
तो वहीं बीजे पी इस कानून को अपना समर्थन देकर इसका सहयोग कर रही है।