उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव अभी 2020 में होने है। जिसके लिए अभी फ़िलहाल एक साल से ज्यादा का वक्त है, लेकिन चुनाव शुरू होने से पहले ही उत्तराखण्ड में हलचल होना शुरू हो गई है। उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव के लिए अभी से सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारी करने में शुरू हो चुकी हैं। बता दें इस बार जहां बीजेपी और कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में उतर रही है तो वहीं बीएसपी भी पीछे नहीं है। बसपा ने भी अपनी चुनावी रणनीति का ऐलान आज कर दिया है। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती आज शुक्रवार के दिन अपना 65वां जन्मदिन मना रही है। इस दौरान मायावती ने मीडिया को संबोधित कर एक बड़ी घोषणा कर दी है।
जी हाँ बसपा प्रमुख मायावती ने अपने जन्मदिन पर उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड में बहुजन समाज पार्टी के अकेले चुनाव मैदान में उतर कर अपने बलबूते पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। साथ ही कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव में बसपा किसी राजनीतिक पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी क्यूंकि गठबंधन से बसपा को हमेशा नुकसान होता आ रहा है। ऐसे में मायावती का कहना है की बीएसपी उत्तर प्रदेश-उत्तराखण्ड में अकेले चुनाव लड़ेगी और दवा किया है की बसपा सभी सीटों पर चुनाव लड़ कर जीत हासिल करेंगी।
वहीं इस पर कुछ सियासी जानकारों का कहना है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में शून्य, 2017 के विधानसभा चुनाव में 20 से भी नीचे पहुंचने के बाद 2019 में सपा के साथ के बाद दहाई सीट जीतने वाली मायावती की सियासत एक बार फिर डांवाडोल हों रही है। अब देखना यह होगा की क्या बसपा उत्तराखण्ड में अकेले चुनाव मे लड़ कर जीत हासिल कर पाती है की नहीं?