उत्तर नारी डेस्क
राज्य विश्वविद्यालय और महाविद्यालय खोले जाने की तैयारी को लेकर आज होगी बैठक
उत्तराखण्ड में दस महीने बाद लॉकडाउन के चलते बंद हुए विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय में 15 दिसंबर से ऑफलाइन मोड़ में यूजी और पीजी के प्रयोगात्मक विषय वाले छात्रों के लिए पढ़ाई करवाने की अनुमति कॉलेजों को दे दी गयी थी परन्तु प्रदेश के राज्य विवि और महाविद्यालयों में 11 जनवरी से सर्दियों की छुट्टी पड़ रही है जो की सभी महाविद्यालयों में समान रूप से 20 कार्य दिवसों की छुट्टी है जिस कारण अब ऐसे में कॉलेज चार से पांच फरवरी तक खुल सकेंगे।
आपको बता दें, की प्रदेश में यूजी और पीजी के प्रयोगात्मक विषय वाले छात्रों के लिए 15 दिसंबर को महाविद्यालय खोले गए थे परन्तु कॉलेज खुलने पर भी बहुत कम छात्र महाविद्यालय पहुंचे। जहां छात्र-छात्राओं की औसतन उपस्थिति 15 से 20 फीसदी देखी गयी। इनमें से कुछ महाविद्यालय ऐसे थे। जिनमें मात्र 25 से 30 छात्र ही पहुंचे।
अब नए साल में उच्च शिक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए यह किसी राहत भरी खबर से कम नहीं है कि कॉलेजो को पूर्ण रूप से खोले जाने की तैयारी के बारे में उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत आज सभी कुलपतियों के साथ बैठक करेंगे और सभी छात्र-छात्राओं के लिए महाविद्यालय खोले जाने की तैयारी का आदेश जारी करेंगे जिसमे कोरोना से बचाव के लिए सभी नियमों का पालन करते हुए महाविद्यालयों को पूर्ण रूप से खोला जाएगा।
डॉ. धन सिंह रावत, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री ने बताया की प्रदेश के विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों को सर्दियों की छुट्टी खत्म होते ही सभी छात्र-छात्राओं के लिए खोला जाएगा। छात्रों की पढ़ाई का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। पढ़ाई के साथ उनकी सुरक्षा की भी हमारी जिम्मेदारी है। इस संबंध में मंगलवार को समस्त कुलपतियों के साथ बैठक रखी गई है।
बताते चलें की, प्रदेश में कोरोना संक्रमण से छात्र-छात्राओं की सुरक्षा और इसके बढ़ते मामलों को देखते हुए मार्च 2020 से सभी राज्य विवि और महाविद्यालयों को बंद कर दिया गया था। केवल से छात्र-छात्राओं को ऑफ़लाइन पढ़ाया जा रहा है। हालांकि स्थिति कुछ सामान्य होने के बाद 15 दिसंबर से यूजी और पीजी के केवल विषय विषय वाले छात्र-छात्राओं के लिए महाविद्यालयों को खोला गया था, लेकिन अन्य छात्रों के लिए महाविद्यालय अब भी बंद हैं।