उत्तर नारी डेस्क
बंशीधर भगत के बयान पर जहां पूरे उत्तराखण्ड में सियासी घमासान मच गया था तो वही उन के द्वारा की गयी इस अमर्यादित भाषा पर उन्होंने इंदिरा हिरदेयश से माफ़ी भी मांग ली थी। लेकिन नवचेतना भवन में कांग्रेस के कार्यक्रम में शिरकत करने आई नेता प्रतिपक्ष डॉ. हृदयेश ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत की ओर से उनके प्रति की गई अशिष्ट व अमर्यादित भाषा के लिए न तो खुद वह और न ही कांग्रेस उन्हें माफ करेगी। क्यूंकि उन्होंने इस तरह की भाषा का प्रयोग कर के मातृशक्ति का अपमान किया है जो की उत्तराखंड की नारी, पहाड़ की महिलाएं ये कतई बर्दाश्त नहीं करेंगी।
वही बताया की वह पिछले 40 वर्षों से यूपी और उत्तराखंड में विधायिका का हिस्सा रही हैं। साथ ही यूपी सरकार में सीएम रहे हेमवती नंदन बहुगुणा के जमाने से ही वह राजनीति में हैं। पक्ष विपक्ष की राजनिति में नोक झोक भी होती है परन्तु इस दौरान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं से उनके मधुर संबंध रहे हैं और उन्होंने हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों के नेताओं को सम्मान दिया है। ऐसे में स्वाभाविक रूप से दूसरे दलों के विधायक भी उनके संपर्क में रहते हैं। इसके बावजूद भगत ने उनके प्रति बेहद अशिष्ट भाषा का प्रयोग किया। उनका यह कृत्य माफी के लायक नहीं है।
वहीं डॉ. हृदयेश ने कहा कि सीएम का व्यवहार सभी के प्रति अच्छा रहता है। बीच-बीच में वह फोनकर हालचाल भी लेते रहते हैं परन्तु इस मसले पर उन्हें अभी तक सीएम त्रिवेंद्र रावत द्वारा कोई फोन नहीं आया है।