उत्तर नारी डेस्क
2022 के विधानसभा चुनाव में भले ही अभी वक्त हो, लेकिन नेताओं के एक दल से दूसरे दल में आने-जाने का सिलसिला भी तेज़ हो गया है। वहीं, साल 2016 में बीजेपी से कांग्रेस में गई गीता ठाकुर ने शनिवार को फिर से भाजपा का दामन थाम लिया है। कोर ग्रुप की बैठक से पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गीता ठाकुर को प्रदेश मुख्यालय में बीजेपी सदस्यता दिलाई।
बता दें, भाजपा में तकरीबन 18 साल राजनीति करने के बाद गंगोलीहाट से आने वाली वरिष्ठ नेता गीता ठाकुर 2016 में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गई थी। इस तरह से उन्होंने कांग्रेस को छोड़कर फिर से भाजपा का दामन थाम लिया है। उन्हें पूर्व की कांग्रेस सरकार में समाज कल्याण विभाग की अनुश्रवण समिति का दायित्व भी दिया था। लेकिन उन्होंने अब एक बार फिर से भाजपा का दामन थाम लिया है।
आपको बता दें, शनिवार को भाजपा में वापसी करते हुए गीता ठाकुर ने कहा कि उन्होंने 4 साल पहले की अपनी गलती को सुधार लिया है। 4 साल उन्होंने कांग्रेस में वनवास के रूप में गुजारे हैं। कांग्रेस में उन्हें झूठे वादे करके सदस्यता दिलाई गई। कांग्रेस की सदस्यता लेने के बाद पार्टी का असली चेहरा देखने को मिला।
गीता ठाकुर का कहना है कि वह भाजपा की पुरानी कार्यकर्ता हैं और वह उन्होंने भाजपा में वापसी किसी पद और चुनावी टिकट के लिए नहीं की है। वह भाजपा के रीति-नीतियों से बहुत पहले से वाकिफ हैं। उन्हें अब पार्टी के लिए काम करना है।