उत्तर नारी डेस्क
हालंकि कोरोना संक्रमण के चलते इस बार परीक्षाएं होने में थोडी देरी जरूर होंगी, लेकिन सम्भावना यह है की मई में परीक्षाएं और जून में रिजल्ट घोषित हो सकता है। जबकि इससे पहले प्रयोगात्मक परीक्षाएं करवाई जाएंगी। इस फैसले का अंतिम निर्णय 28 फरवरी को होने वाली बोर्ड बैठक में लिया जाएगा।
बता दें, प्रदेश में विभिन्न जिलों की ओर से परीक्षा केंद्र घोषित किए जा चुके हैं। इसके अलावा बोर्ड के छात्र-छात्राओं से परीक्षा फार्म भी भरवाए जा चुके हैं। भले ही कोरोना जैसी घातक बीमारी के चलते परीक्षाएं जहां देरी से होंगी। वहीं परीक्षार्थियों की संख्या भी कुछ कम हुई है। शिक्षा विभाग के अधिकारियों के मुताबिक सामान्य दिनों में मार्च प्रथम सप्ताह से बोर्ड परीक्षाएं शुरू होती थी और मई में रिजल्ट घोषित होता था, लेकिन इस बार मई में परीक्षाएं होंगी और जून में रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। फ़िलहाल ये अंतिम फैसला शिक्षा विभाग की और से 28 फ़रवरी को होने वाली बैठक में ही हों पायेगा की उत्तराखण्ड बोर्ड परीक्षाएं कब तक हो पायंगी।
बोर्ड सचिव डॉ. नीता तिवारी ने बताया कि 2020 में हुईं हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं का परिणाम 29 जुलाई को घोषित किया गया था। परीक्षाफल घोषित होने के बाद हाईस्कूल के 1718 और इंटरमीडिएट के 1633 छात्रों ने दोबारा निरीक्षण के लिए आवेदन किया। इनमें वे छात्र थे जो या तो अनुत्तीर्ण थे या फिर अपने अंकों से संतुष्ट नहीं थे। इन आवेदनों पर कार्यवाही के बाद बोर्ड ने हाईस्कूल में 13 और इंटर में 19 छात्रों के परीक्षाफल में संशोधन किया है।
उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर जिलों की ओर से सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। परीक्षाएं कब से शुरू होंगी इस पर 28 जनवरी को होने वाली बोर्ड बैठक में निर्णय लिया जाएगा।
- आरके कुंवर, शिक्षा निदेशक