उत्तर नारी डेस्क
चमोली जिले में आई आपदा ने जहां जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया तो वहीं, त्रासदी में लापता हुए परिजनों की उम्मीदें अब दम तोड़ने लगी हैं। अभी तक आपदा में 168 लोग लापता हैं। तो 38 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जिनमें से नौ लोगों की शिनाख्त हो चुकी है और 12 मानव अंग क्षत-विक्षत हालत में मिले हैं।
बीते दिनों हरीश रावत ने भी ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया था जिसके बाद कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने अब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से मुलाकात की है। साथ ही कांग्रेस ने आपदा को लेकर सीएम त्रिवेंद्र रावत सरकार को कई सुझाव भी दिए हैं जिसकी सीएम ने तारीफ की है।
जी हां बता दें, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भेंट की। इस अवसर पर उन्होंने मुख्यमंत्री से जोशीमठ के रैणी क्षेत्र में आयी आपदा के सबंध में संचालित किये जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों पर चर्चा की । मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं। एनटीपीसी की सुरंग में मलबा अधिक भरने की वजह से उसे हटाने में समय अधिक लग रहा है। राहत एवं बचाव कार्यों में और तेजी आ सके इसके लिए अलग-अलग फोर्स एवं अधिकारियों को जिम्मेदारियां दी गई है। केन्द्र सरकार का भी इस आपदा में बचाव एवं राहत कार्यों में राज्य को पूरा सहयोग मिल रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने रैणी क्षेत्र में आपदा के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र के द्वारा राहत एवं बचाव कार्यों के लिए किये गये प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जिस तेजी से मुख्यमंत्री ने सभी सबंधित राहत दलों एवं विभागों को त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिये उससे स्थिति काफी हद तक नियंत्रित हुई है। आपदा पीड़ितों को भी आवश्यक सहायता समय पर उपलब्ध कराने के लिए भी उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रयासों को सराहा।
इस दौरान कांग्रेस ने मुख्यमंत्री को 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन भी सौंपा-
1. जलविद्युत परियोजनाओं का सुरक्षा की दृष्टि से कराया जाय ऑडिट
2. जल विद्युत परियोजनाओं म सेफ्टी पॉइंट का रखा जाय ध्यान
3. रैणी , धापा गांव का किया जाय विस्थापन
4. जलवायु परिवर्तन तथा विस्थापन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सर्वदलीय सहमति के आधार पर सुझाव के साथ केंद्र से मिलकर इस समस्या का किया जाए समाधान
5. चमोली आपदा में मारे गए लोगों के परिजनों को एनटीपीसी दे नौकरी
6. ग्लेशियर के व्यवहार में आ रहे परिवर्तन के अध्ययन और विश्लेषण के लिए वैज्ञानिक संस्थानों की बनाई गई समिति