उत्तर नारी डेस्क
नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सत्ता सम्भालते ही उन सभी घोषणाओं पर होमवर्क करना शुरू कर दिया है, जिनकी वजह से सरकार के खिलाफ माहौल बन रहा था।
जी हाँ, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सत्ता सम्भालते ही गैरसैंण कमिश्नरी के मामले में खासे नाराज चल रहे सभी लोगों की भावनाओं पर गौर किया हैं। जो की पूर्व सीएम के नेतृत्व वाली सरकार के समय लिया गया था जिस वजह से सरकार के खिलाफ अल्मोड़ा को गैरसैंण में मिलाए जाने का विरोध लगातार बढ़ रहा था। यह सभी पूर्व सीएम द्वारा लिए गए मनमाने फैसलों का ही नतीजा रहा कि विपक्ष को भी बैठे बैठाए मुद्दे मिल गए थे।
सत्ता में आते ही मुख्यमंत्री तीरथ ने जिला विकास प्राधिकरण पर बड़ा फैसला देने के बाद अब गैरसैंण कमिश्नरी पर जनविरोध को शांत करने की दिशा में कदम बढ़ा दिए हैं।
बता दें, की पूर्व सीएम द्वारा लिया गया खासतौर पर ऐतिहासिक फैसला जो की अल्मोड़ा व बागेश्वर को गैरसैंण कमिश्नरी में शामिल किए जाने के मामले में था उसमे मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने सांसद अजय टम्टा के आग्रह पर जनभावनाओं के अनुरूप ही निर्णय लेने की बात कही है। सांसद की मानें तो तीरथ ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि अल्मोड़ा व बागेश्वर फिलहाल नैनीताल कमिश्नरी का ही हिस्सा रहेंगे।