उत्तर नारी डेस्क
धर्मनगरी हरिद्वार में 1 अप्रैल से महाकुम्भ लगने जा रहा है। जिसको लेकर सरकार जल्द ही अधिसूचना जारी करेगी। मुख्यमंत्री बनने के बाद तीरथ सिंह रावत पहली बार सचिवालय पहुंचे। जहाँ उन्होंने रविवार शाम को मीडिया से बातचीत में कहा कि कुम्भ के दिव्य-भव्य आयोजन के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। कुम्भ में लोग बेरोकटोक आएं और कोरोना के नियमों का पालन करें, इसी हिसाब से व्यवस्थाएं बनाई जा रही हैं।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि हरिद्वार में महाशिवरात्रि के दिन गंगा स्नान की व्यवस्थाओं से संत बेहद खुश हैं और हरिद्वार कुम्भ मेला क्षेत्र के व्यापारियों के चेहरों पर भी रौनक है। इस स्नान में 30 व 35 लाख श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान किया। उन्होंने कहा कि कुम्भ में अखाड़ों का वैभव मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है। यदि इसके दर्शन करने वाले श्रद्धालु ही नहीं रहेंगे तो यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि कुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रोकटोक नहीं होनी चाहिए। श्रद्धालु आएं और कोरोना के नियमों का पालन करें, कोरोना से खुद भी बचें और दूसरों को भी बचाएं।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने दोहराया कि कुम्भ में उमडऩे वाली लाखों की भीड़ की आरटीपीसीआर जांच संभव नहीं है। सरकार ने तय किया है कि डंडे के बल पर किसी को रोका नहीं जाएगा। अलबत्ता, व्यवस्था ऐसी बनाई जाएगी कि श्रद्धालु गंगा में स्नान करें और फिर तुरंत वहां से निकल जाएं। इसके लिए बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। साथ ही हरिद्वार में सड़कों, गलियों आदि को दुरुस्त रखने के साथ ही स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।