उत्तर नारी डेस्क
कौन होगा उत्तराखण्ड का 10वां मुख्यमंत्री?
उत्तराखण्ड भाजपा में तीन दिनों से चल रही सियासी उठापठक के बाद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंगलवार को अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया हैं। इसके बाद राज्य में नए मुख्यमंत्री के नाम पर अटकलें तेज हो गई है। जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी के विधायक दल की आज सुबह 11 बजे देहरादूर में बैठक है।
उत्तराखण्ड में भाजपा की जीत के बाद साल 2017 में त्रिवेंद्र सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया गया था। अब रावत का स्थान लेने के लिए करीब आधा दर्जन नेताओं के नामों पर अटकलों का बाजार गर्म है। इनमें पांच नाम की सबसे ज्यादा चर्चा है। उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री की रेस में सबसे पहला नाम राज्य सरकार में मंत्री धन सिंह रावत का है। धन सिंह रावत को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के मजबूत विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। धन सिंह रावत श्रीनगर विधानसभा से विधायक हैं। धन सिंह आरएसएस कैडर से आते हैं और उत्तराखण्ड बीजेपी में संगठन मंत्री भी रह चुके हैं।
दूसरा बड़ा नाम है अनिल बलूनी है, जो राज्यसभा सांसद हैं और बीजेपी मीडिया सेल के अध्यक्ष हैं। बलूनी बीजेपी के उन शांत स्वभाव के नेताओं में गिने जाते हैं जो कि हर शब्द नाप-तौल कर बोलते हैं। अनिल बलूनी को पीएम मोदी और अमित शाह का करीबी माना जाता है।
तीसरा बड़ा नाम माना जा रहा है बीजेपी सांसद अजय भट्ट का है। अजय भट्ट 1996 से 2007 तक वह रानीखेत विधानसभा से विधायक रहे। 2019 में नैनीताल की उधम सिंह नगर सीट से अजय भट्ट ने हरीश रावत को बड़े अंतर से हराया था।
चौथा नाम केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का है। वे मौजूदा समय में हरिद्वार से लोक सभा सांसद है और लोक सभा आश्वासन समिति के अध्यक्ष भी हैं। रमेश पोखरियाल उत्तराखण्ड के पांचवे मुख्यमंत्री भी रहे हैं।
पांचवा नाम भगत सिंह कोश्यारी का है। बता दें, कोश्यारी वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं। हालांकि वे उत्तराखण्ड राज्य के दूसरे सबसे सफल मुख्यमंत्री और विधानसभा में 2002 से 2007 तक नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं।
आखिरी मुहर किस नाम पर लगानी है आज बीजेपी विधायक दल की बैठक में नए सीएम के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा। रमन सिंह और दुष्यंत गौतम विधायक दल की बैठक के लिए पर्यवेक्षक बनाए गए हैं। देहरादून में बीजेपी मुख्यालय में होने वाली इस बैठक में बीजेपी विधायक, राज्य के सभी सांसद और कमेटी के सदस्य शामिल होंगे। विधायक दल के नेता का नाम तय होने के बाद राज्यपाल से मिलकर समर्थन पत्र दिया जाएगा और 11 मार्च यानि कल नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है।