उत्तर नारी डेस्क
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने आज टिहरी में केंद्रीय खेल एवं युवा मामलों के राज्यमंत्री श्री किरेन रिजीजू की गरिमामय उपस्थिति में वाॅटर स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर इंस्टीट्यूट का उद्घाटन कर दिया है। जिसका संचालन व प्रबंधन का जिम्मा आईटीबीपी द्वारा किया गया। इस अवसर पर आईटीबीपी के जवानों ने टिहरी बांध की झील में कनोईंग, कयाकिंग और रोईंग का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले छह दशकों से आईटीबीपी के जवान देश की सीमाओं की सुरक्षा में जुटे हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी आईटीबीपी के जवानों ने अपनी जान पर खेलते हुए स्थितियों को बखूबी संभाला है। 2013 में केदारनाथ आपदा हो चाहे हाल ही में जोशीमठ क्षेत्र में आई आपदा, हर बार लोगों की जान बचाने में आईटीबीपी की भूमिका अहम रही। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसी क्रम में टिहरी झील क्षेत्र में वाॅटर स्पोर्ट्स एंड एडवेंचर इंस्टीट्यूट बनाने का फैसला किया है। साथ हीं मुख्यमंत्री ने कहा कि साहसिक खेलों के लंबे गौरवशाली इतिहास और अनुभव को देखते हुए इस संस्थान के संचालन और प्रबंधन का कार्य आईटीबीपी को सौंपने का निर्णय लिया गया है।
बता दें, यहां पैरा ग्लाइडिंग, पैरा मोटर, पैरासेलिंग बोट, स्कूबा ड्राइविंग, हाॅट एयर बैलून, क्याकिंग, केनोइंग, हाईरोप कोर्स, रॉक क्लाइंबिंग, जुमारिंग, रैपलिंग और ऑल टेरेन बाइक सहित कई साहसिक खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। आईटीबीपी को इस संस्थान के संचालन के लिए राज्य सरकार से जो भी सहयोग चाहिए होगा, वह प्राथमिकता से उपलब्ध करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम टिहरी का इस तरह विकास कर रहे हैं कि लोग पलायन न करें और उन्हें यहीं पर रोजगार मिले। टिहरी झील इंटरनेशनल डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित हो हमारी यही कामना है।

