उत्तर नारी डेस्क
देशभर में कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने हाहाकार मचा रखा है। जिससे पूरा देश ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहा है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण कोटद्वार बेस अस्पताल में लगने वाला ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट शिफ्ट कर महाराष्ट्र भेज दिया गया हैं। बता दें समय पर प्लांट के लिए हॉल तैयार नहीं होने के कारण 1.76 करोड़ रुपये की लागत से लगने वाला प्लांट खटाई में पड़ गया है।
आपको बता दें कि कोटद्वार बेस अस्पताल में पौड़ी जिले का सबसे बड़ा आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है। इस आइसोलेशन वार्ड में 100 बेड की व्यवस्था हैं। जिसके कारण यहां के लिए केंद्र सरकार की ओर से नवंबर 2020 में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को स्वीकृति दी गई थी। साथ ही 1.76 करोड़ रुपये भी स्वीकृत कर बेस अस्पताल में तत्काल मशीन के लिए एक हॉल निर्माण के निर्देश दिए गए थे, लेकिन विभाग ने एक हॉल के निर्माण में चार महीने लगा दिए। इस बीच महाराष्ट्र में कोरोना की दूसरी लहर फैल गई, जिसके कारण केंद्र ने कोटद्वार के लिए तैयार होने वाले ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को महाराष्ट्र भेज दिया। जी हाँ, कई बार बेस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होने के कारण मरीजों को हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता है, ऐसे में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट कोरोना संक्रमितों के लिए नया जीवन का काम करता, लेकिन अब विभाग की लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ सकता है।
वहीं कोटद्वार बेस अस्पताल के पीएस डॉ. बीसी काला ने बताया कि महाराष्ट्र में कारोना संक्रमण अधिक फैलने के कारण केंद्र ने कोटद्वार में लगने वाले ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट को महाराष्ट्र भेज दिया है। भवन तैयार होने की रिपोर्ट के साथ बेस अस्पताल में प्लांट स्थापित करने के लिए केंद्र और विभाग को लिखा गया है।

