उत्तर नारी डेस्क
उत्तराखण्ड कोरोना महामारी से तो जूझ ही रहा है परन्तु अब एक नई बीमारी ने भी कोरोना के मरीजों को तेजी से जकड़ दिया है। जिसका नाम ब्लैक फंगस है। उत्तराखण्ड में ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, लेकिन ब्लैक फंगस के इलाज़ में कारगर साबित होने वाला एंफोरटेरेसिन-बी इंजेक्शन ही बाजार में नहीं मिल पा रहे थे। जिससे ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज में काफी दिक्कतें आ रही थी। जिसको ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने अब इसके उपचार के लिए भी इनकी खरीद कर रही है। आपको बता दें ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) के उपचार के लिए 500 इंजेक्शन (एंफोरटेरेसिन-बी) उत्तराखण्ड पहुंच गए हैं। सरकार ने इनकी खरीद अहमदाबाद की एक निजी कंपनी से की है। सचिव स्वास्थ्य अमित नेगी ने बताया कि जो इंजेक्शन आए हैं, उनमें से 300 इंजेक्शन गढ़वाल मंडल और 200 इंजेक्शन कुमाऊं मंडल को भेजे गए हैं।
प्रदेश में तेजी से बढ़ रही इस बीमारी का इलाज विभिन्न अस्पतालों में किया जा रहा है। जिसके लिए उत्तराखण्ड को पहले चरण में केंद्र सरकार से 50-50 इंजेक्शन की दो खेप मिली थीं। जिसके बाद ये इंजेक्शन ख़त्म हो गए थे। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए इसके उपचार के लिए सरकार ने कुछ और कंपनियों से 500 इंजेक्शन मंगाए हैं। जो जल्द ही रुद्रपुर की फार्मा कंपनी से मिलने की उम्मीद है।